दिल्ली। मिथिला की बेटी स्वर्णिम कर्ण शादी -विवाह व हर मांगलिक कार्य की सामग्री दिल्ली में उपलब्ध करवा रही है।
आज मिथिला की बेटी दिल्ली में रह रहे मिथिलांचल के लोगो को ही नही बल्कि पूरे देश के लोगों को शादी, कोजगरा, दुरागमन, मुंडन, उपनयन आदि मांगलिक कार्य में उपयोग आने वाले सभी वस्तुओं को उपलब्ध करवा रही है।
चतरा मधुबनी की बेटी और खिरखिया नेपाल की बहु स्वर्णिम कर्ण इस स्वावलंबी बिजनेस से जहां लोगो को शादी विवाह अथवा अन्य मांगलिक कार्यों में उपयोग में आने वाले सभी सामान उपलब्ध तो करा ही देती है।साथ ही पारिवारिक आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बना रही है।
ऐसे ही एक सेंटर दिल्ली के कोंडली में मिथिला यूज के नाम से चला रही वर्णिम कर्ण के सेंटर पर जदयू नेता मनोज लाल दास मनु दिल्ली में रह रही मुस्कान रौशनी के साथ सेंटर का भ्रमण किया। स्वर्णिम कर्ण बताती है कि यह व्यवसाय की शुरुआत उसने दिल्ली में रह रहे लोगो को हो रहे दिक्कत को देखने के बाद सोची। एक तो सभी सामान मिलते नही थे, अगर कहीं मिलते भी थे तो दूर जाकर लेने में लोगों को काफी परेशानी होती थीं। कई बार लोगों को ऐन शादी के वक्त दरभंगा मधुबनी जाना पड़ता था। लेकिन अब सभी सामान एक ही जगह मिल जाता है। स्वर्णिम बताती है कि यह व्यवसाय शुरू करने के लिये उसके पति रमेश कंठ से मात्र पांच हज़ार रूपया मिला था। उसी रकम से आज उसने तमाम मांगलिक कार्यों में उपयोग होने वाले लगभग सभी सामग्री को उपलब्ध करा दिया है। अब तो दरभंगा मधुबनी से कच्चा सामान मंगा कर मांगलिक कार्यों में उपयोग में आने वाले वस्तुओ का निर्माण कर ऑनलाइन, ऑफलाइन लोगों को उपलब्ध कराती है।सारे सामान पहुंचाने में लगी स्वर्णिम ने अलग से एक दुकान भी कुंडली एसबीआई के निकट ले रखा है। वहां उपस्थित दिल्ली में रह रहे श्रीमती मुस्कान व रौशनी कर्ण ने बताया वे पिछले दस साल से दिल्ली में रहती है। यहां मिथिला के लोगों को शादी, दुराग्मण, मुंडन, उपनयन आदि मांगलिक कार्य के सामानों की काफी दिक्कत होती थीं। लोगों को अपने गांव से मंगाना पड़ता था। अचानक शादी ठीक हो जाने या जो शादी के लिए दिल्ली आते है उनके लिए अब चिंता की कोई बात नही है। अब सारा सामान स्वर्णिम कर्ण उपलब्ध करवा रही हैं।
मनोज लाल दास मनु ने कहा है कि दिल्ली या अन्य शहरों में मिथिलांचल से आकर रह रही महिलाओ को इस तरह के कार्य कर आम लोगों को चिंता मुक्त कर अपनी आय बढ़ाने की ओर ध्यान देना चाहिए।