पटना। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना में ‘सोशल मीडिया वॉरियर्स मीट’ और ‘विजय संकल्प सम्मेलन’ को संबोधित करने के दौरान स्पष्ट किया कि, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश भर में सीएए लागू करने का वादा किया था। साल 2024 में हमने सीएए का वादा भी पूरा किया। सीएए के तहत किसी भी नागरिक की नागरिकता ख़त्म नहीं होगी, सीएए नागरिकता देने का कानून है, छीनने का नहीं। दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अंत्योदय की राजनीति करने वाले अमित शाह ने बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने का वादा किया था। साल 2024 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक फैसला लिया और तमाम विरोध के बावजूद देश भर में सीएए को लागू करने में सफल रहे, जिसके तहत इन देशों के लाखों प्रताड़ित हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान की जाएगी। आज अमृतकाल में प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करके उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने की उनकी आकांक्षा को पूरा करने का काम किया जा रहा है। आजादी के बाद दशकों तक कांग्रेस की सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति के कारण सीएए को लागू नहीं किया। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तेलंगाना की जनता ने मजलिस के प्रभाव को कम करने के लिए कांग्रेस पर अपना विश्वास जताया। लेकिन तेलंगाना विधानसभा की शुरुआत होते ही, कांग्रेस ने मजलिस के नेता को प्रोटेम स्पीकर बनाने का काम किया। देश की जनता जानती है कि धारा 370 हटाने से लेकर, प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण करने तक और तीन तलाक हटाने से लेकर गरीबों के उत्थान तक – बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में अपना किया हुआ वादा डंके की चोट पर निभाया है।