साईं नाथ तेरे हजारो हाथ, अच्युतं केशवं साई दामोदरं…पर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

साईं नाथ तेरे हजारो हाथ, अच्युतं केशवं साई दामोदरं…पर मंत्रमुग्ध हुए श्रोत
शैलेन्द्र भारती, मुंबई के सुरीले भजनों से साईं मन्दिर के रजत जयन्ती समारोह का समापन
साईं अखण्ड धूनी पत्रिका का भी हुआ विमोचन

पटना। मुंबई से आये प्रख्यात साईं भजन गायक शैलेन्द्र भारती ने ताबड़तोड़ एक के बाद एक मधुर एवं सुरीले भजनों की वर्षा कर सभी साईं भक्तों का मन मोह लिया। हजारो की संख्या में उपस्थित युवतियों एवं महिलाओं ने जमकर भक्तिरस का आनन्द उठाया I अवसर था श्री साईं शिव कृपा मन्दिर, कंकड़बाग में साईं बाबा की प्राण-प्रतिष्ठा के पच्चीसवें वर्ष के अवसर त्रिदिवसीय रजत जयन्ती महोत्सव के अंतिम दिन भव्य साईं भजन संध्या का। ‘पूछो तो मैं क्या चाहता हूँ ‘, ‘आते जाते हुए गुनगुनाया करो’,’अच्युतं केशवं साई दामोदरं’,साईं नाथ तेरे हजारो हाथ’,’साईं मेरी पूजा’, ’ॐ साईं नमो नमः’, बाबा के 1001 नाम इत्यादि भजनों से सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I
समारोह का उद्घाटन श्री सांई शिव कृपा मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति पटना उच्च न्यायालय राधा मोहन प्रसाद,साईं शिव कृपा मन्दिर न्यास के संस्थापक अध्यक्ष एवं जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद, पटना की महापौर श्रीमती सीता साहू, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति संजय कुमार,आरक्षी महानिदेशक (विजिलेंस) आलोक राज , वार्ड 34 के पार्षद कुमार संजीत, आइ० एम० ए० के पूर्व अध्यक्ष, डॉ० सहजानन्द सिंह, डॉ० हर्षवर्धन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कियाIश्री साईं शिव कृपा मन्दिर न्यास समिति के सचिव राजेश कुमार डब्लू ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्थापना से अब तक के पच्चीस वर्षो में न्यास द्वारा कई कार्य किये गए । प्रत्येक गुरुवार को दरिद्र नारायण भोज न्यास द्वारा कराया जा रहा है। जिसके संचालन में साईं सेवादार महिलाए एवं पुरुष अपनी निःशुल्क सेवा देते है। साईं अखण्ड धूनी त्रैमासिक पत्रिका का नियमित प्रकाशन कराया जा रहा है।साईं मन्दिर के संस्थापक राजीव रंजन प्रसाद ने स्थापना काल से अब तक के कई संस्मरण लोगों के साथ साझा किये।उन्होंने कहा कि सन 1998 में शिर्डी में साईं बाबा के दर्शन से प्रेरित होकर पटना में भी साईं मन्दिर निर्माण की मैंने ठानी। अनगिनत लोगों के अपार स्नेह एवं सहयोग के फलस्वरूप सन 2000 में साईं बाबा के मन्दिर निर्माण का मेरा सपना साकार हो सका।न्यास के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश राधामोहन प्रसाद ने आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग देने के लिए सभी न्यासियों, दानकर्ताओं एवं सभी साईं सेवादारों को उनके अमूल्य सहयोग के लिए धन्यवाद किया। समारोह के अवसर पर साईं अखण्ड धूनी पत्रिका का विमोचन भी आगत विशिष्ठ अतिथियों द्वारा किया गया।न्यास समिति द्वारा प्रथम न्यास के सदस्यों को सम्मानित किया गया तथा जो अब इस दुनिया में नहीं रहे उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।
न्यास के कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार, सदस्य संजय कुमार रजक ,डॉ. चंचला कुमारी, अखिलेश सिंह, रतन कुमार सिन्हा, कुमार नीरज समेत विनीता कुमारी, शैलेश कुमार बंटी, बलिराम जी, पूर्व न्यासी शिव कुमार शर्मा, शशिधर झा, बिरेन्द्र कुमार, रागिनी रंजन, दीपक अभिषेक, पूर्व न्यासी एवं मीडिया प्रभारी अतुल आनन्द सन्नू, के.के. कश्यप, साईं अखण्ड धूनी के संपादक मधुप मणि पिक्कू, सौरभ जयपुरियार, नवनीत विजय, अमर कुमार सिन्हा,राकेश रंजन फुन्नु,विनीता कुमारी ,वीणा जी, सबिता कुमारी, माधवी सिंह, प्रिया राजपूत, धीरज कुमार, चंद्रप्रकाश, करन कुमार, मनोज कुमार, संजय कुमार, रणधीर कुमार राय, आशीष कुमार,रवि शेखर सिंह, विकाश वत्स, आनन्द शर्मा,विजय कुमार सिंह,मन्दिर के प्रधान पुजारी विवेकानंद पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष भक्तों ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई।
उक्त आशय की जानकारी पूर्व न्यासी एवं मीडिया प्रभारी अतुल आनन्द सन्नू ने दी।

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