PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र और लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में आरोपी आशीष मिश्रा से क्राइम ब्रांच के दफ्तर में करीब तीन घंटे से पूछताछ जारी है। क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10.38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया।
क्राइम ब्रांच के दफ्तर पुलिस महकमे के आला अधिकारी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की टीम भी पहले से ही पहुंच चुकी थी। आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद हैं। आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया जा रहा है।
क्राइम ब्रांच के दफ्तर में एसडीएम सदर भी मौजूद हैं। वहीं, दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मांग की है कि अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से हटाने के साथ गिरफ्तार करने, आशीष मिश्रा को भी गिरफ्तार करने की मांग की है।
एसकेएम ने इस घटना को लेकर आगे के कार्यक्रमों का भी ऐलान किया। किसान मोर्चे की ओर से कहा गया है कि अगर सरकार ने 11 अक्टूबर तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो 12 अक्टूबर को लखीमपुर से शहीद किसान कलश यात्रा शुरू की की जाएगी।
18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। किसान दशहरा के दिन पुतला दहन करेंगे और लखनऊ में महापंचायत भी होगी। आशीष अपने साथ दर्जन भर लोगों के हलफनामे लेकर पहुंचा है जिनमें ये कहा गया है कि वे दंगल में थे, घटनास्थल पर नहीं। आशीष अपने साथ इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस लेकर भी पहुंचा है।
आशीष की ओर से जांच टीम को वीडियो भी सौंपे गए लेकिन इन वीडियो में टाइमिंग की पुष्टि नहीं हो सकी कि ये उसी वक्त के हैं जब घटना घटी। आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
अजय मिश्रा टेनी ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच होगी। गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा को समन किया था। क्राइम ब्रांच की ओर से आशीष मिश्रा को समन कर 9 अक्टूबर को दिन में 11 बजे तक पेश होने को कहा गया था। लखीमपुर पुलिस जब समन लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर पहुंची थी तब वहां कोई नहीं था।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़क उठी थी। लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर किसानों की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आशीष मिश्रा पर आरोप लगाया है कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाई। अजय मिश्रा टेनी ने बचाव करते हुए दावा किया था आशीष वहां नहीं था।