PATNA, KHAGAUL (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
●शहादत दिवस पर महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
हर शनिवार नुक्कड़ संवाद श्रृंखला की कड़ी में सदा लोक मंच ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित उदय कुमार लिखित एवं निर्देशित नाटक “उफ़्फ़ ये सर्दी” का प्रदर्शन किया.
खगौल स्थित दानापुर रेलवे स्टेशन के पास ऑटो स्टैंड में गीत “देख देख भाई देख देख, सर्दी एक प्रभाव अनेक, कोई लेता बर्फ़बारी का मज़ा, किसी के लिए बड़ी सज़ा, कोई तरसे फटे कम्बल को, कोई रज़ाई रहा है फेंक, देख देख” से नाटक की शुरुआत हुई.
नाटक में दर्शाया गया कि सर्दी का सितम जारी है. गरीब, असहाय, बेघर लोगों पर सर्दी कहर बनकर टूट रही है. उनके पास इस कड़ाके की ठंड का सामना करने के लिए न्यूनतम साधन भी उपलब्ध नहीं हैं. न अलाव की आग है न तन पर पर्याप्त कपड़े. महिलाओं और बच्चों की मुसीबत तो है ही विशेषकर बूढ़ों की स्थिति और भी बदतर है. कम्बल, अलाव की लकड़ी आदि के अभाव में वो दर बदर भटक रहे हैं.
सरकार के तमाम दावे इन तक नहीं पहुंचकर खोखले साबित हो रहे हैं. कोरोना काल में छाई मंदी, बढ़ी बेरोज़गारी के कारण आर्थिक अभाव में निम्न माध्यम वर्ग कम्बल, स्वेटर, रज़ाई आदि जाड़े से बचने के संसाधन जुगाड़ने में अपने को असहाय महसूस कर रहा है.
दूसरी तरफ़ समाज में कई ऐसे लोग हैं जिनके लिए ये सर्दी का मौसम मौज मस्ती करने का अवसर बनकर आया है. वो बर्फ़बारी का मज़ा लेने के लिए हिल स्टेशनों पर जाने का प्लान बना रहे हैं. कुछ तो घूमकर भी आ गए हैं और मौज मस्ती का बखान करने में मशगूल हैं. रूम हीटर एवं अन्य संसाधनों से वो लैस हैं.नाटक में सर्दी के मौसम में उभर कर आई सामाजिक विषमताओं को दर्शाया गया. साथ ही सरकारी दावों पर भी सवाल उठाए गए.
अंत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर 2 मिनट का मौन सत्याग्रह कर बापू को श्रद्धांजलि दी गई. कलाकारों में – अनिल सिंह, सारिका, पल्लवी प्रियदर्शिनी, उदय कुमार, शिवम कुमार, अम्बुज कुमार, नागेंद्र, भरत आर्य,राजीव रंजन त्रिपाठी, भोला सिंह, रामनाथ प्रसाद, सुमन कुमार शामिल थे. कलाकारों के साथ श्रद्धांजलि देने वालों में डॉ गौतम भारती, समाजसेवी सूरज कुमार, अनिल सिन्हा एवं वहां उपस्थित दर्शकगण रहे.