फुलवारी शरीफ।
सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच की ओर से साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं अमन राज द्वारा निर्देशित नाटक- “कामयाबी” की प्रस्तुति वाल्मी,फुलवारी शरीफ में की गई।
नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत -कामयाबी किस्मत तय नहीं करती ओ भईया,अगर इरादों में दम है तो मंजिल भी आसानी से मिलती है, तमाम बाधाओं के बीच अपने सपने को साकार कर रही हमारी बेटियां.. से हुई।
इस नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया कि उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए गरीबी की बाध्यता नहीं है, जैसा कि सिविल सेवा परीक्षा 2022 के नतीजे में बेटियों ने टॉप किया और दूसरे तीसरे और चौथे स्थान पर भी परचम लहराया लेकिन तुलनात्मक दृष्टिकोण से लड़कों की शैक्षणिक संस्कृति में अंतर हो रहा है इस पर अमल करने की जरूरत है। लड़कियों के पास सेवा, सहनशीलता और साहस के साथ हद से ज्यादा मेहनत, बुरी आदतों का त्याग कर अपनी संघर्ष और हिम्मत के बदौलत अपने काम पर विश्वास के साथ अपनी जुनून के कारण पुरुष वर्चस्व वाले समाज की तमाम बाधाओं के बीच सिर उठा कर जीना और अपने सपनों को साकार करने के लिए अपने संघर्ष से लगभग हर परीक्षा में सफलता हासिल कर रही है यदि इस तरह से अपनी संस्कृति विकसित करना है तो निश्चित रूप से इसका लाभ हर किसी को प्राप्त हो सकता है। हम सभी का इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सहयोग अपेक्षित है।
नाटक के कलाकार महेश चौधरी, सौरभ राज, अमन, मिथिलेश कुमार पांडे, करण, नमन, रूपाली सिन्हा, रंजन और गोलू थे।