फुलवारी शरीफ। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच की ओर से साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक “मेरी भी सुन लो” की प्रस्तुति वाल्मी फुलवारी शरीफ में की गई।
नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- मेरी बात सुन लो साहब, सड़क पर बहते पानी को नाले से बहा दो… से की गई।
नाटक के माध्यम से दिखाया गया कि फुलवारी एम्स रोड की दो महिलाएं सुबह-सुबह निकट के काली मंदिर में पूजा करने जा रही थी। तभी सड़क किनारे खड़े होकर बातें करने लगी कि नाले के पानी से जो पूरा रोड तालाब बना हुआ है उसे कैसे पार किया जाए। तभी एक गाड़ी वहां से स्पीड से गुजरती है और सड़क के गंदे पानी का छींटा दोनों महिलाओं पर मार कर चली जाती है। इससे उनके पूजा की थाल भी हाथ से गिर जाती है। इसके बाद वे दोनों महिलाएं रोने लगती है और कहती हैं कि हे भगवान! हमारी बात कौन सुनेगा? फुलवारी एम्स रोड के जलजमाव की समस्या का कब समाधान होगा?
तभी वहां एक महिला आती है और कहती है कि सरकार ने इतने पैसे खर्च कर नाला तो बनवा दिया लेकिन पानी नाले में ना जाकर रोड पर आ रहा है। इसके लिए कुछ लोग भी दोषी हैं क्योंकि वे नाली में कूड़ा-करकट डालते हैं। पॉलीथिन प्रतिबंधित होने के बावजूद इसका इस्तेमाल करते हैं और इसे नाले में डाल देते हैं। इससे नाले का पानी बाधित होकर सड़क पर बहने लगता है। इसलिए हम लोगों की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम सब मिलकर इसको रोकें।
नाटक के कलाकार महेश चौधरी, सौरभ राज, मिथिलेश कुमार पांडे, अमन, करण, नमन, रुपाली एवं रंजन थे।