PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
चुनाव आयोग की ओर से आज उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित देश की पांच विधानसभाओं के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिए जाने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के चुनावों को लेकर मोहरे सजाने में जुटे बिहार के राजनीतिक दलों के लिए भी यह दिन खास है।
जदयू, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी की रणनीति यूपी में योगी सरकार की वापसी तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। बिहार में सक्रिय चार राजनीतिक दलों ने यूपी के चुनाव को लेकर अपनी रणनीति तय कर ली है, लेकिन तीन दलों की भूमिका अभी साफ होनी बाकी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की राह मुश्किल या आसान करने में बिहार के बड़े नेता भी भूमिका निभाएंगे।
बिहार में सक्रिय भाजपा और कांग्रेस की यूपी चुनाव में भूमिका पूरी तरह तय है। ये दोनों पार्टियां पूरे दमखम से यूपी का चुनाव लड़ने वाली हैं और इसमें बिहार के नेता भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
इनके अलावा दो अन्य दलों ने भी अपनी रणनीति पूरी तरह साफ कर दी है। राजद ने कहा है कि वे अखिलेश यादव की सपा को समर्थन देंगे, तो वहीं पशुपति पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की है।
यूपी विधानसभा चुनाव में बिहार के कई दलों की भूमिका तय होना अभी शेष है। बिहार का प्रमुख राजनीतिक दल जदयू भी यूपी में चुनाव लड़ने के लिए कमर कसे हुए है। जदयू का स्टैंड यह है कि भाजपा के साथ गठबंधन में रहकर यूपी का चुनाव लड़ा जाए।
लेकिन इसके साथ यह ऐलान भी जुड़ा है कि सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनने की स्थिति में जदयू अपने दम पर भी चुनाव लड़ सकता है। पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह ने पिछले दिनों बताया कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह यूपी चुनाव में सीट बंटवारे पर भाजपा से बात करने के लिए अधिकृत किए गए हैं।
बिहार की एनडीए सरकार में शामिल एक और दल विकासशील इंसान पार्टी ने भी यूपी में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की कोशिश की। हालांकि उनकी बात बनती नहीं दिखाई दे रही है। वीआइपी अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने खुला ऐलान कर रखा है कि वे अकेले दम पर ही सही चुनाव लड़ेंगे जरूर।
उन्होंने यहां तक कहा है कि वे चुनाव जीतें या हारें, हरवाने में जरूर सक्षम हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों कहा कि यूपी में भाजपा के लिए वोट मांगने की बजाय वे खुद की पार्टी के लिए संभावना देख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को यूपी चुनाव लड़ने के लिए बुलावा आ रहा है।