PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
बिहार में दो सीटों पर होने वाला उपचुनाव किसी दंगल से कम नहीं है। हार-जीत से सियासत के समीकरण प्रभावित होने वाला है। लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लिए यह चुनाव चक्रव्यूह की तरह है। इसलिए राजद ने पूरी ताकत झोंक दी है।
अपने दल के सभी 74 (तेजप्रताप यादव को छोड़कर) विधायकों, राज्यसभा सदस्यों एवं हारे हुए प्रत्याशियों को पंचायत वार जिम्मेवारी सौंपी है। संगठन के अन्य पदाधिकारियों को भी लगाया गया है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद को भी आना था। इसका प्रचार भी किया गया था, लेकिन आखिरी वक्त में उन्हें आने से मना कर दिया गया। अब वीडियो कान्फ्रेंसिंग से ही सभाओं को संबोधित करेंगे।
राजद के सभी विधायकों को पंचायतवार मोर्चे पर भेजा गया है। दोनों क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कमांडर तैनात किए गए हैं। कुशेश्वरस्थान में भोला यादव एवं शिवचंद्र राम के हाथ में प्रचार की कमान है। इसी तरह तारापुर में उदयनारायण चौधरी एवं वृषिण पटेल कमांडर की भूमिका में हैं।
तारापुर में सबसे पहले मोरवा के विधायक रणविजय साहू ने मोर्चा संभाला था। तबसे वहीं जमे हैं। गांव-गांव घूमकर वैश्य मतदाताओं को राजद के लिए राजी कर रहे हैं। बेलसंड के विधायक संजय गुप्ता भी एक राउंड लगा चुके हैं।
बेलसंड के विधायक संजय गुप्ता भी एक राउंड लगा चुके हैं। जरूररत पडऩे पर दल के अन्य विधायकों को भी बुलाया जा रहा है। भोला यादव समेत तमाम बड़े नेताओं को 28 अक्टूबर तक क्षेत्र में ही रहने की हिदायत दी गई है।