PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश में है, लेकिन इसके लिए बिहार में भी तैयारी शुरू है। बिहार भाजपा के करीब 11 सौ पदाधिकारी और कार्यकर्ता यूपी के लिए रवाना होंगे। भाजपा ने कार्य क्षेत्र को लेकर अभी बड़े नेताओं एवं मंत्रियों से पसंद भी पूछा है कि किसे किस जिले में जाना है।
संभावना है कि बिहार भाजपा के कार्यकर्ताओं की टीम अगले हफ्ते यानी नए साल में यूपी के लिए कूच कर जाएगी। इसी सिलसिले में तीन जनवरी को प्रदेश भाजपा के सभी 11 मोर्चों की एक साथ पार्टी प्रदेश मुख्यालय में बैठक बुलाई गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अनुसार संभवतया पहली बार ऐसा हो रहा है कि सभी मोर्चों के प्रदेश पदाधिकारियों की कैबिनेट समेत बैठक बुलाई गई है। इसे प्रशिक्षण के रूप में माना जा रहा है। हालांकि बिहार के चुनिंदा नेता खासकर संगठन के प्रति समर्पित दो दर्जन से अधिक वरिष्ठ नेता विभिन्न जिलों में कैंप कर रहे हैं।
भाजपा विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले हर स्तर पर तैयारी पूरी कर लेने की कोशिश में जुटी है। इसी कड़ी में सत्ता से लेकर संगठन ने पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी आगामी चुनाव में अहम भूमिका अदा करने वाले सभी मोर्चों पर जबरदस्त किलेबंदी शुरू कर दी है।
नेताओं को सीधे संगठन के सबसे जमीनी रणनीतिकार यानी बूथ अध्यक्षों से सीधा संवाद का दायित्व दिया गया हैं। संगठन के समर्पित नेताओं की अग्रिम फील्डिंग सजाने के पीछे पार्टी की रणनीति सतही स्तर पर फीडबैक हासिल करने की है।
शीर्ष नेतृत्व पार्टी संगठन से यह भी जानने का प्रयास करेगी आने वाले चुनाव में क्या स्थिति बन रही है। क्षेत्रीय मुद्दे क्या होंगे। चुनाव को बूथ स्तर पर अध्यक्ष और कार्यकर्ता कितने सक्रिय हैं। मंडल अध्यक्षों और सेक्टर प्रभारी कैसे अपने क्षेत्र के बूथ का प्रबंधन के लिए काम कर रहे हैं।
बूथ कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार के अच्छे कार्यों को जनता के बीच कैसे पहुंचा रहे हैं। पार्टी की कोशिश 2016 के चुनाव से और बेहतर प्रदर्शन की है। यही वजह है कि भाजपा हर स्तर पर मोर्चेबंदी कर रही है। किसी स्तर पर कोई चूक नहीं होने देना चाहती।