PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और हसनपुर से विधायक तेजप्रताप यादव की मुश्किल बढ़ती दिख रही है।
2020 के विधानसभा चुनाव में तेजप्रताप पर गलत शपथ पत्र दाखिल करने का आरोप लगाया गया है। इसको लेकर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 125 क के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
तेजप्रताप पर संपत्ति छिपाने का आरोप है। अब इस मामले को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। भारतीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड ने तेजप्रताप और लालू यादव पर हमला बोला है।
विधान पार्षद और जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि तेजप्रताप यादव अपने पिता लालू और छोटे भाई तेजस्वी यादव से कैसे पीछे रहते।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजप्रताप यादव के बहाने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि लालू परिवार के राजनीतिक डीएनए में है राजनीति में संपत्ति सृजन करना। जब लालू यादव और तेजस्वी यादव पर आरोप लगा चुका है तो तेजप्रताप यादव को ये लगा कि वे कैसे पीछे रह जाएं।
इसलिए उनपर भी मुकदमा दर्ज हुआ है। फर्जी सामाजिक न्याय का चुनाव आयोग ने लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव पर मुकदमा दर्ज कर बेनकाब कर दिया है।
वहीं आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की जो कार्रवाई होगी वो तेजप्रताप यादव के तरफ से की जाएगी।
गौरतलब है कि दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक 13 अक्टूबर 2020 को तेजप्रताप यादव ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया था।
इस दौरान लालू यादव के बड़े बेटे ने शपथ पत्र में अचल संपत्ति को लेकर गलत जानकारी दी थी। इसको लेकर जेडीयू प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई।