एटीएस के हत्थे चढ़ा आरपीएफ का जवान, नक्सलियों और आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का लगा आरोप

RANCHI- बिहार न्यूज़ नेटवर्क- डेस्क

  • सीआरपीएफ में तैनात था आरोपी अविनाश कुमार
  • सीआरपीएफ की 182 बटालियन में तैनात था आरोपी
  • एटीएस ने जवान समेत तीन लोगों को किया गिरफ्तार

झारखंड एटीएस (ATS) ने जम्मू कश्मीर में तैनात सीआरपीएफ (CRPF) के एक जवान को रांची से गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि पकड़ा गया जवान अपराधियों और नक्सलियों को हथियारों की सप्लाई करता था. उसके कब्जे से भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं.

भाकपा (माओवादी) के नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा की गिरफ्तारी का असर अब सूबे में दिखने लगा है. झारखण्ड एटीएस ने इसी कड़ी में नक्सलियों को आर्म्स और गोला बारूद सप्लाई करने वाले एक हैंडलर को गिरफ्तार किया है, वो सप्लायर और कोई नहीं बल्कि सीआरपीएफ का एक जवान है, जो नक्सलियों को आर्म्स देता था.

File photo

 

आरोपी जवान की पहचान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा के रूप में हुई है. उसे अब कानून का रक्षक नहीं बल्कि भक्षक कहा जा रहा है. क्योंकि वो नक्सलियों को आर्म्स सप्लाई करने में अहम भूमिका निभाता था. उसके साथ दो सिविलयन ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है. तीनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं.

मुख्य आरोपी अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा सीआरपीएफ की 182 बटालियन के साथ पुलवामा में तैनात था. हालांकि वो 4 माह से फरार चल रहा था. 2017 से वह पुलवामा में तैनात था. इससे पहले अविनाश लातेहार मे भी तैनात रहा था.

ATS गिरफ्त में आया दूसरा आरोपी ऋषि कुमार रांची के हटिया में रहकर पहले कंस्ट्रक्शन का काम करता था. उसने 2 ठेकेदारों संजय कुमार सिंह और मुजाहिद के नाम भी बताए हैं. एटीएस अब उनकी तलाश भी कर रही है. तीसरा आरोपी पंकज कुमार सिंह मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है. लेकिन वर्तमान में वह धनबाद के भूली इलाके में रहकर कोयले का कारोबार कर रहा था.

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इन तीनों आरोपियों के पास से इंसास रायफल के 450 कारतूस बरामद किए गए हैं. मामले की जानकारी देते हुए एटीएस के एसपी प्रशांत आनन्द ने बताया कि भाकपा माओवादी और आपराधिक संगठनों को हथियार सप्लाई करता था. माओवादियों के अलावा ये अमन साव, हरेंद्र यादव, गया जेल में लल्लू खान शेरघाटी को भी हथियार सप्लाइ करते थे. ये तीनों आरोपी संपर्क के लिए टेलीग्राम और व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते थे. उसी जरिए इनका अवैध कारोबार चल रहा था.

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