चारा घोटाला मामले में भागलपुर और बांका जिला के उपकोषागार से 46 लाख रुपये की अवैध निकासी हुुई 

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)

बिहार में चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। यहां मामले भागलपुर और बांका से भी जुड़ा है। यहां के उपकोषागार से फर्जी विपत्र के आधार पर 46 लाख रुपये की अवैध निकासी हुई थी।

इसी मामले में इस घोटाला के स्पेशल जज प्रजेश कुमार ने 23 नवंबर को आरोपित लालू प्रसाद यादव को उपस्थित होने का आदेश दिया है। 28 अन्‍य आरोपियों को अदालत में आने को कहा है।

बता दें कि मंगलवार को पटना न्यायालय में आरके राणा, जगदीश शर्मा, ध्रुव भगत, साधना सिंह, वेद जूलियस, त्रिपुरारी मोहन प्रसाद समेत 16 आरोपित पहुंचे थे। आरके राणा का भी संबंध भागलपुर से है।

लेकिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव समेत तीन आरोपित खुद वहां नहीं आए थे। उन्‍होंने अपने अधिवक्ता से अदालत में हाजिरी दी थी। इस पर अदालत ने कहा कि 23 नवंबर को खुद लालू प्रासाद यादव यहां आएं। अदालत ने 28 अन्‍य आरोपियों को आने का निर्देश दिया है।

यहां बता दें कि हाल में संपन्‍न हुए उपचुनाव में राजद की यहां दोनों सीटों से हार हो गई है। लालू प्रयाद यादव अस्‍वस्‍थ रहने के बाद भी यहां चुनाव प्रचार करने आए थे। इसके बाद वे बेहतर इलाज के लिए दिल्‍ली गए हुए हैं। लालू प्रसाद यादव अभी दिल्ली में हैं।

वे अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के सरकारी आवास में रह रहे हैं। पूर्व सीएम लालू वहां चिकित्सकों की देखरेख में हैं। मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं। लालू यादव की पत्नी पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी भी दिल्ली में ही हैं।

बिहार में हुए चारा घोटाला में 950 करोड़ रुपये सरकारी खजाने से फर्जीवाड़ा करके निकाल लिये गये थे। सरकारी खजाने से अवैध निकासी मामले में कई लोग आरोपी हैं। इस मामले में कई आरोपितों की अब मौत हो चुकी है। बिहार के तत्कालीन मुख्यमन्त्री लालू प्रसाद यादव भी उस समय आरोप लगा था। इस मामले में उन्‍हें अपने पद से त्‍यागपत्र भी देना पड़ गया था।

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