PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)\
बिहार के मुख्यमंत्री ने शिक्षा को लेकर एक बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री ने बिहार के सभी मेडिकल व इंजीनियरिंग कललरगर में लड़कियों के लिए 33% आरक्षित करने की बात कही है। बुधवार आज सीएम नीतीश के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के संबंध में प्रस्तावित विधेयक की प्रेजेंटेशन भी दीखाई गई है।
विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘द बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी एक्ट-2021’ और ‘पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटिज, जुरिडिक्शन एवं अन्य प्रॉविजन’ के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
राज्य में अभियंत्रण विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित करने हेतु प्रस्तावित विधेयक के संबंध में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। https://t.co/RaQpdhKAfK pic.twitter.com/wbb31zNYAr
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 2, 2021
इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘बिहार यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइसेंज’ और पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटिज, जुरिडिक्शन एवं अन्य प्रोविजन के संबंध में भी बताया।
इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा की अभियंत्रण एवं चिकित्सा विश्वविद्यालय की शुरुवात होने इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेजों को और भी बेहतर ढंग से चलाया जा सकेगा। साथ ही अध्यापन कार्य को भी इन कॉलेजों में सही तरीके से नियंत्रण में किया जा सकेगा।
आपको बता दें की इस बैठक में मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने आगे कहा की मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्राओं की संख्या को और बढ़ने के लिए राज्य के इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेजों में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जाए। इस प्रावधान से छात्राएं उच्चय और तकनिकी पढाई की ओर और भी ज़यादा प्रेरित होंगी। उन्होंने ने बताया की बिहार के बच्चों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढाई करने बिहार से बहार न जाना पड़े इस कारण बिहार के हर जिले में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज को खोला जा रहा है।