PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद करीब ढाई साल बाद 24 अक्टूबर को पटना आने वाले हैं। वह उपचुनाव वाले क्षेत्रों में प्रचार करने भी जाएंगे। उन्हें दोनों सीट कुशेश्वरस्थान और तारापुर में दो जनसभा को संबोधित करना है।
आरजेडी की तैयारियों के मुताबिक दोनों क्षेत्रों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद एक ही दिन 27 अक्टूबर को हेलीकाप्टर से जा सकते हैं। लालू के आते ही खुद को अकेला बता रहे नेता प्रतिपक्ष व उनके बेटे तेजस्वी यादव को बड़ा साथ मिल जाएगा।
वहीं बड़े बेटे तेजप्रताप पर सबकी नजर रहेगी। परिवार और पार्टी से नाराज चल रहे तेजप्रताप पहले कह चुके हैं कि लालू के आते ही वे कई लोगों की पोल खोल देंगे।
लालू परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि डाक्टर ने उन्हें पटना आने की इजाजत दे दी है। उन्हें एयर इंडिया के विमान से रविवार को दोपहर दो बजे के आसपास आना है।
राजद प्रमुख आखिरी बार अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी में 12 मई 2018 को रांची जेल से पेरोल पर बिहार की राजधानी पटना आए थे। उसके बाद से इंतजार बढ़ता रहा।
इसी वर्ष 17 अप्रैल को जमानत मिलने के बाद उम्मीद थी कि पटना आ सकते हैं, परंतु एम्स से निकलने के बाद दिल्ली में राज्यसबा सदस्य बेटी मीसा भारती के सरकारी
आवास चले गए, जहां डाक्टरों की देखरेख में रह रहे हैं। पिछले महीने उनके आने की बात आई थी मगर राबड़ी देवी ने यह कहकर खारिज कर दिया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है।
राबड़ी के बयान के बाद ऐसा लगने लगा था कि लालू जल्द पटना नहीं आएंगे। राजद ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी करते हुए यह संकेत दिया था कि लालू चुनाव प्रचार करने बिहार आ सकते हैं। स्टार प्रचारकों की सूची में लालू का नाम पहले नंबर पर है, जबकि बेटे तेजप्रताप को इस सूची से बाहर कर दिया गया है।
तेजप्रताप कह चुके हैं कि लालू को दिल्ली में बंधन बनाकर रखा गया है। यह बयान देते हुए उन्होंने इशारों में छोटे भाई तेजस्वी यादव पर हमला किया था। तेजप्रताप नाराज हैं और कह चुके हैं कि लालू के आते ही वे कुछ लोगों की पोल खोल देंगे। अब लालू के आने पर तेजप्रताप के व्यवहार पर भी नजर रहेगी।