PATNA, KHAGAUL (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)| खगौल स्थित महिला कॉलेज में विज्ञान दिवस के मौके पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया.
वैज्ञानिक सह नोबेल पुरस्कार विजेता सी वी रमण के जन्मदिन के अवसर पर सोमवार को महिला महाविद्यालय में विज्ञान यांत्रिकी तथा नवोन्मेष विषय पर सेमिनार, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। प्रथम दिवस छात्राओं द्वारा “भूमंडलीकरण के संदर्भ में साहित्य का स्थान” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. द्वितीय दिवस विज्ञान के विभिन्न टाॅपिक पर छात्राओं ने अपने विचार रखे.
समापन समारोह का विधिवत उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मीनाक्षी प्रसाद ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव एवं संस्कृतज्ञ डॉ मुकेश कुमार ओझा ने की. अपने उद्घाटन भाषण में कालेज की प्राचार्या डॉ मीनाक्षी प्रसाद ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि पाश्चात्य विज्ञान के कारण संवेदनाओं का अभाव होता जा रहा है. इसे अध्याय से जोड़ना आवश्यक है.
विशिष्ट अतिथि के रूप में भौतिकी विभाग के प्रो शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि विज्ञान को एक नई दिशा देने की आवश्यकता है. अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ मुकेश कुमार ओझा ने भारत में विज्ञान के प्राचीन परंपरा की विस्तृत व्याख्या की. उन्होंने पर्यावरण विज्ञान पर प्रभाव डालते हुए ऋग्वेद के अनेक मंत्रों की व्याख्या की. वायु, जल, पेड़-पौधे, आकाश, सूर्य को पर्यावरण का घटक बतलाया एवं उसकी जानकारी दी. महाविद्यालय की शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने भी अपने विज्ञान संबंधी जानकारी पर विचार रखें.
रंजीत सिन्हा की रिपोर्ट