PATNA, KHAGAUL (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|हर शनिवार नुक्कड़ संवाद श्रृंखला में सदा लोक मंच ने उदय कुमार लिखित एवं निर्देशित नाटक “पी जी की पढ़ाई” का प्रदर्शन किया.
खगौल स्थित दानापुर रेलवे स्टेशन के पास ऑटो स्टैंड में गीत-“आर्यभट्ट की नगरी की पुकार सुन लो भाई, शुरू कर दो यहां के कॉलेजों में पी जी की पढ़ाई” से नाटक की शुरुआत हुई. नाटक में दर्शाया गया कि ज्ञान- विज्ञान की समृद्ध विरासत वाले खगौल शहर में दो पुराने कॉलेज गतिमान होने के बावजूद यहां स्नातक से ऊपर की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण यहां के छात्र- छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
छात्रों को मजबूरन पटना या अन्य दूर जगहों पर स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है. विशेषकर छात्राओं को इससे काफी दिक्कतें आती हैं. वे स्नातक के बाद आगे पढ़ना चाहती हैं, परंतु दूर जाने में अधिक समय का लगना, अतिरिक्त आर्थिक बोझ, सुरक्षा आदि कारणों से कई होनहार छात्राओं की पढ़ाई स्नातक के बाद छूट जाती है. आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर वर्ग के छात्र- छात्राओं के साथ ये समस्याएं ज्यादा है.
नाटक में छात्र- छात्राओं, अभिभावकों की समस्याओं को दिखाते हुए यह मांग की गई कि खगौल में स्थापित दोनों कॉलेजों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शीघ्र शुरू की जाए। गौरतलब है कि इन कॉलेजों में खगौल एवम् उसके आसपास के ढेर सारे ग्रामीण इलाकों के छात्र- छात्राएं पढ़ाई करने आते हैं। दर्शकों ने भी मांग से सहमति जताते हुए इसे अति आवश्यक मानते हुए कलाकारों के सुर में सुर मिलाया.
कलाकारों में- पल्लवी प्रियदर्शिनी, अनिल सिंह, शिवम कुमार, रामनाथ प्रसाद, उदय कुमार, भोला सिंह, राजीव रंजन त्रिपाठी, प्रमोद सोनी शामिल थे. चिकित्सक एवम् समाजसेवी गौतम भारती, समाजसेवी अनिल सिन्हा, सूरज कुमार ने भी मांग का समर्थन करते हुए अपने विचार रखे.
रंजीत सिन्हा की रिपोर्ट