मंदिर की चोरी हुई मूर्ति को वापस लाने वाले पुलिस अधिकारी का निधन

सीतामढ़ी जानकी मंदिर की मूर्ति को वापस लाने में भूमिका निभाई थी

पटना। मधुबनी जिले के राजनगर सिमरी निवासी 92 वर्षीय एस एन लाल दास का निधन मेदांता हॉस्पिटल पटना मे हो गया। पिछले कई दिनो से उनका इलाज चल रहा था। वे जदयू नेता मनोज लाल दास मनु के फुफा थे और औरंगाबाद के वारुण में मकान बना कर रह रहे थे। अपने पीछे चार पुत्र सुभाष चंद्र,अक्षय कुमार,सतीश कुमार, चितरंजन कुमार और दो पुत्री सीता,पिंकी समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
स्व एस एन लाल दास मुजफ्फरपुर,सीतामढ़ी, जहानाबाद,गया,औरंगवाद जिले के कई थाना में कार्यरत रहे। सोना तस्कर,मूर्ति चोरों, के साथ साथ कई दुर्दांत नक्सलियों और अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस दौरान अपराधियों और नक्सलियों के मुठभेड़ में दर्जनों बार गोली के भी शिकार हुए। सीतामढ़ी में रहने के दौरान जानकी मंदिर में मूर्ति चोरी के बाद दिन रात एक कर मूर्ति चोर के साथ मूर्ति भी बरामद किए थे। जब दरभंगा महाराज की राजनगर स्थित राज मंदिर में मूर्ति की चोरी हुई तो महाराज के अनुरोध पर मूर्ति के बरामदगी के लिए स्व दास को लगाया गया था तो उन्होने मूर्ति के साथ चोर को भी पकड़ा था। दरभंगा महाराज ने उन्हें विशेष तौर पर पुरस्कृत किया था।
स्व एस एन लाल दास के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए राजनैतिक सलाहकार समिति बिहार जदयू के सदस्य मनोज लाल दास मनु ने कहा कि वे रिटायरमेंट के बाद भी समाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए गरीबों और मजलूमों को कानुनी सलाह मुफ्त में उपलब्ध करा रहे थे। मिशन टू करोड़ चित्रांश अंतराष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र कर्ण,उपाध्यक्ष राजेश कुमार कंठ महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्वेता श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष वंदना सिन्हा, कर्ण कायस्थ कल्याण मंच के अध्यक्ष के बी लाल, महा सचिव बैद्यनाथ लाल दास कोषाध्यक्ष अमित कुमार, सचिव राज कुमार दिलीप, राजेंद्र लाल दास, संजीत कुमार कर्ण, विनीत वर्मा, रंजीत कर्ण आदि नेताओ ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से सामाजिक कार्यकर्ता और गरीबों के लिए कार्य करने वाले को समाज ने खो दिया। ईश्वर अपने चरणों में स्थान दे और परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

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