PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
श्रेया की रिपोर्ट
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में नहीं बोलने देने से मेयर नाराज़ हो गई है। उन्होंने इस मामले को लेकर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव व् पीएसपीएल के अध्यक्ष आनंद किशोर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
उन्होंने कहा की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में मैं अकेली जनप्रतिनिधि निदेशक हूं। अन्य सभी निदेशक अधिकारी है। ऐसे में मुझे नहीं बोलने दिया जाना जनता की आवाज़ को दबाने के समान है। उन्होंने कहा की अगर ज़रूरत पड़ी तो मैं पटना के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए सड़क पर संघर्ष करूंगी।
बता दें की मीटिंम्ग में मेयर की ओर से रुके हुए कार्यों का मामला उठाये जाने की तैयारी की गई थी। मेयर ने कहा की हम आम लोगों से सम्बंधित मुद्दों को बैठक में रखना चाहते थे। निगम के सभी 75 वार्डों में 80 स्थानों पर जान सुविधा केंद्रों का निर्माण का मामला उठाया जाना था। स्मार्ट सिटी की ओर से अभी 28 स्थानों पर जान सुविधा केंद्र बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इन सब के अलावा यातायात व्यवस्था व् अपराध की निगरानी के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) का अविलंब निर्माण करने, मंदिरी व् बाकरगंज नाला विकास परियोजना को तुरंत शुरू करने, रेलवे रीडेवेलोप्मेन्ट एरिया प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने की मांग मेयर की ओर से की जानी थी। इन मामलों को उठाने का समय नहीं दिया गया। उनके सुझावों को सुने बिना ही अध्यक्ष की ओर से बैठक को समाप्त कर दिया गया।