PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- DESK)
पाकिस्तान आज 14 अगस्त को अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। दरअसल ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में इंडियन इंडिपेंडेंस बिल 4 जुलाई 1947 को पेश किया गया था। इस बिल में भारत के बंटवारे और पाकिस्तान के बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया था।
जिसके बाद यह बिल 18 जुलाई 1947 को स्वीकारा गया और 14 अगस्त को बंटवारे के बाद 14-15 अगस्त की आधी रात को दो राष्ट्रों, भारत और पाकिस्तान का जन्म हुआ था। दोनों देश आधी रात को अस्तित्व में आए लेकिन पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के बजाय एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को मनाता है जबकि भारत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाता है।
बता दें कि अधिनियम में भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए स्वतंत्रता दिवस के रूप में 15 अगस्त का उल्लेख है. इसमें कहा गया है, “15 अगस्त 1947 से भारत में दो स्वतंत्र डोमिनियन स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें क्रमशः भारत और पाकिस्तान के रूप में जाना जाएगा।” पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद जिन्ना ने भी अपने रेडियो संबोधन में ये घोषणा की थी कि 15 अगस्त को ही पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएगा।
अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में, जिन्ना ने कहा था, “15 अगस्त पाकिस्तान के स्वतंत्र और संप्रभु राज्य का जन्मदिन है। यह मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है जिसने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मातृभूमि के लिए महान बलिदान दिए हैं।” अब सवाल ये है कि जब दोनों देश एक ही दिन अस्तित्व में आए तो उनके स्वतंत्रता दिवस में एक दिन का अंतर क्यों?
पाकिस्तान की आजादी की सही तारीख को लेकर काफी भ्रम की स्थिति रही थी जो दो-तीन सालों तक चली थी। तब तक यही असमंजस बना रहा की आखिर पाकिस्तान की यौम ए आजादी 14 अगस्त है या फिर 15 अगस्त। पाकिस्तान के कायदे आजम और पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अली जिन्ना 15 अगस्त को ही पाकिस्तान की आजादी का दिन मानते थे।
उस साल 15 अगस्त इस्लामिक महीने रमजान का आखिरी शुक्रवार था, इसलिए पाकिस्तान में मुसलमानों के लिए यह दिन बेहद खास था। दरअसल उस दिन शब-ए-कद्र पड़ रहा था जिसे बेहद पाक रात मानी जाती है। इसी कारण से पाकिस्तान 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाता है।
पाकिस्तान के एक दिन पहले स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे एक कारण ये भी बताया जाता है कि भारत में स्वतंत्रता कानून पर 15 अगस्त 1947 को नई दिल्ली में 00:00 बजे (IST) या 05: 30 बजे (GMT) हस्ताक्षर किए गए थे। कहा जाता है कि पाकिस्तान का वक्त भारत से 30 मिनट आगे हैं इसलिए जब स्वतंत्रता कानून पर दस्तखत किए गए थे उस समय पाकिस्तान में 14 अगस्त का दिन था।