PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
तारापुर विधानसभा उप चुनाव में एनडीए की जीत हो गई। जीत की खुशी में खूब रंग और गुलाल उड़े, दूसरे पक्ष राजद में मायूसी और गम भी दिखा। तारापुर विधानसभा का चुनावी दंगल हो या जंग का मैदान, जीत तो किसी एक ही पक्ष की होती है।
तारापुर से विधायकी का मौका गंवाने वाले संबंधित दल के प्रत्याशी को अगले चार वर्षों तक इंतजार करना पड़ेगा। पराजय होने वाले प्रत्याशी को पार्टी अगर चाही तो 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मौका देगी।
फिलहाल, चुनाव परिणाम के पूरे सीन से पर्दा हट गया है। दीपावली से पहले ही जीतने वाले दल में मिठाइयां बंटी, रंग-गुलाल में सराबोर रहे। चुनावी मैदान मारने वाले दल में खुशी और उत्साह का माहौल दिखा। जीत पर मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र से लेकर जिला मुख्यालय और राजधानी पटना तक उत्साह रहा। मतगणना शुरू होने के दो घंटे बाद रूझान भी सभी के सामने आने लगे।
मतगणना केंद्र के बाहर ही सबसे पहले जश्न का माहौल देखने को मिला। 21 राउंड से एनडीए प्रत्याशी की जैसे-जैसे काउंटिंग हाल से बढ़त की खबर बाहर पहुंची, वैसे-वैसे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढऩे लगा।
राजद की जीत के लिए आश्वस्त राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव और पूर्व मंत्री श्याम रजक मुंगेर में कैंप किए हुए थे। परिणाम एनडीए के पक्ष में आने के बाद सभी लौट गए।
तारापुर विधानसभा उप चुनाव की प्रक्रिया लगभग एक माह से चल रहा था। अक्टूबर के पहले सप्ताह से नामांकन शुरू हो गया। आठ अक्टूबर तक नामांकन का काम हुआ। चार दिन नामांकन पत्रों की समीक्षा और नाम वापसी हुई। दो दिन बाद निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न का आवंटन हुआ।
इसके बाद से सभी दलीय और निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है। दो नंवबर को होने वाले जीत-हार के फैसले के बाद तारापुर चुनावी दंगल पर पूरी तरह से ब्रेक लग गया।
क्षेत्र के मतदताओं से लेकर प्रत्याशियों के समर्थक भी राहत की सांस लेंगे। तारापुर विधानसभा क्षेत्र के सभी पांच प्रखंड में हाल में ही पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं, ऐसे में यहां के वोटर एक से डेढ़ माह में दूसरी बार विधानसभा के लिए मतदान किए।