नाटक के जरिए दिया संदेश- छोटी बातों पर आपसी रिश्तों को खराब मत कीजिए

फुलवारी शरीफ। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच के साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक- “रिश्तो में दूरियां” की प्रस्तुति फुलवारी शरीफ, वाल्मी में की गई।
नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- सीता रूप में भाभी, राम रूप में भईया, बाबूजी माई के अईसन रहे हमनी पर छईया, देवी-देवता रूप मिलल आपन परिवार…से हुई।
नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया कि लोग जब अनपढ़ थे तो परिवार एक हुआ करते थे लेकिन आज अक्सर टूटे परिवारों में पढ़े-लिखे लोग ही देखे जाते हैं। पहले मकान चाहे कच्चे थे लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे। चारपाई पर बैठते थे, पास मे रहते थे। पूरा परिवार हंसी खुशी से रहा करता था। शाम को सभी आंगन में एक साथ बैठकर घंटो आपस में बातें किया करते थे।

माता-पिता के बाद भाई- बहन का रिश्ता सबसे करीब होता था। परिवार को टूटते हुए देखकर सबसे ज्यादा दु:ख माता-पिता को होता है। खासकर मां का दिल टुकड़े-टुकड़े हो जाता है,जब उसके बच्चे उन्हीं के सामने झगड़ा करते हैं या अलग होना चाहते हैं। कुछ लोग बहुओं को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं पर दोष सिर्फ बहुओ का नहीं होता है। आप अलग होकर इतना कामयाब भी नहीं हो सकते जितना एक साथ रहकर हो सकते हैं। नाटक में यह संदेश दिया गया कि छोटी-छोटी बातों से रिश्ता खराब मत कीजिए क्योंकि रिश्ते पक्षियों के समान होते हैं।जोर से पकड़ो तो मर सकते हैं, धीरे से पकड़ो तो उड़ सकते हैं, लेकिन प्यार से पकड़ो तो जिंदगी भर साथ रहते हैं।
नाटक के कलाकार महेश चौधरी, सौरभ राज, अमन, करण, नमन, रंजन और रेहान थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *