PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक दिन पहले सम्राट अशोक प्रकरण में एंट्री मारी। बताया कि वे किस जाति के थे। सम्राट अशोक को पिछड़ा बताकर उन्होंने कहा कि उनके अपमान के विरोध में उनकी पार्टी दिल्ली में जंतर-मंतर पर 17 जनवरी को आंदोलन करेगी।
अब शुक्रवार को उन्होंने राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है। कहा है कि चुनाव आया तो ये लोग दलित-आदिवासी के घर भोजन करने जाएंगे। आखिर कब तक ये हमारे लोगों का निवाला छीनेंगे।
ट्वीट करते हुए जीतन राम मांझी ने लिखा है कि चुनाव आया तो कई दलों के नेता दलित-आदिवासी परिवारों के घरों में भोजन करने जाएंगे। उनके विकास का हिस्सा खाने वालों, आखिर कब तक हमारे लोगों का निवाला छीनोगे। भले मांझी ने ट्वीट में किसी दल या नेता का नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनका इशारा राजनीति के जानकार समझ रहे हैं।
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक दलित के घर भोजन किया। भले ही जीतन राम मांझी ने नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनका इशारा तो स्पष्ट ही है।
मालूम हो कि मांझी ने बिहार में होने वाले विधान परिषद चुनाव में दो सीटों पर दावेदारी जताई है। अब तक भाजपा और जदयू के बीच सीटों का तालमेल भी नहीं हुआ है, इस बीच मांझी की पार्टी ने हर हाल में दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। यूपी विधानसभा चुनाव में भी उनकी पार्टी उतरेगी।
कुल मिलाकर देखें तो पिछले कुछ दिनों से जीतन राम मांझी निरंतर चर्चा में बने हुए हैं। चाहे बात भगवान राम को नहीं मानने की हो या फिर ब्राह्मणों पर कमेंट की। इससे पहले भी कोरोना टीकाकरण के सर्टिफिकेट पर पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर होने पर वे आपत्ति जता चुके हैं। यहां तक कि गठबंधन में रहते हुए सीएम नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति की आलेाचना भी कर चुके हैं।