पटना। सहयोगात्मक अनुसंधान और शैक्षणिक प्रयासों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) पटना और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सिडनी (यूटीएस) ने मंगलवार 25 जून को आईआईटी पटना परिसर में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू का उद्देश्य अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा,डेटा विज्ञान,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5जी और 6जी संचार, सेमीकंडक्टर डिवाइस और अन्य क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
इस समझौते पर आईआईटी पटना के निदेशक प्रोफेसर टीएन सिंह और प्रोफेसर एरिक डटकिविक्ज़, एसोसिएट डीन इंटरनेशनल, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी संकाय सिडनी (यूटीएस) ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर यूटीएस के डॉ नबीन शर्मा और आईआईटी पटना से प्रोफेसर ए के ठाकुर, डीन अकादमिक और प्रशासन, प्रो प्रीतम कुमार, डॉ एनके तोमर, एसोसिएट डीन रिसोर्स, डॉ अनूप केशरी एसोसिएट डीन अनुसंधान एवं विकास, विभिन्न विभागों के प्रमुख और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे|
प्रोफेसर टी.एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना ने कहा कि “यह निश्चित रूप से दुनिया भर में आईआईटी पटना की दृश्यता और स्वीकार्यता को और बढ़ाएगा। यह समझौता ज्ञापन दो प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच शिक्षण, सीखने और अनुसंधान में अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रोफेसर एरिक डटकिविक्ज़ ने “आईआईटी पटना और यूटीएस के बीच संयुक्त अनुसंधान सहयोग के परिवर्तनकारी प्रभाव” पर जोर देते हुए कहा कि यह आर्थिक विकास गतिमान करने और नवाचार के माध्यम से रोजगार सृजन को बढ़ावा देने की दिशा में काफी प्रभावशाली होगा।
एमओयू पहल का नेतृत्व कर रहे प्रोफेसर प्रीतम कुमार ने कहा कि इस साझेदारी को संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम के साथ शुरू किया जाएगा, जो आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोगी गतिविधियों का विस्तार करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगा। आगे प्रोफेसर प्रीतम कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि यह एमओयू छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए नए अवसर पैदा करने, शैक्षणिक परिदृश्य को समृद्ध करने और ज्ञान-संचालित पहल को आगे बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।