पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जदयू का प्रत्याशी चुनाव मैदान में, तीस सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकता है जदयू

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)

यूपी चुनाव में सीटों को लेकर बात नहीं बन पाने की स्थिति में जदयू की तैयारी तीस सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जदयू का प्रत्याशी चुनाव मैदान में दिखेगा। मंगलवार को लखनऊ में होने वाली जदयू की महत्वपूर्ण बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की सहमति से हो रही है।

इसमें हुए निर्णय से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया जाएगा और उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जदयू के वरिष्ठ नेता और यूपी के प्रभारी केसी त्यागी ने बताया कि जदयू की यूपी इकाई को 51 लोगों ने विधानसभा चुनाव लड़ने का आवेदन दिया था।

इनमें से लगभग तीन दर्जन संभावित प्रत्याशियों की सूची भाजपा नेतृत्व को सौंपी गई थी। अब इस पर विमर्श किया जा रहा कि 30-31 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा जाए। आखिरी निर्णय केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से होगा।

बिहार में सामाजिक सरोकार से जुड़े जो मसले हैं, जदयू यूपी में उन्हीं को आगे रखेगा। इसके तहत पिछड़ा-अतिपिछड़ा तथा दलित और महादलित समाज के सशक्तीकरण के मसले पर बात होगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में इस बाबत जो काम हुए हैं, उनकी भी चर्चा जदयू यूपी में करेगा। केसी त्यागी कहते हैं कि समाजवादी आंदोलन के सवाल को जीवित रखना हमारी जवाबदेही है।

यूपी चुनाव में किसानों से जुड़े मसले पर भी जदयू मतदाताओं से बात करेगा। इसमें अनाज के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाना और गन्ना किसानों का मसला महत्वपूर्ण रहेगा। जदयू इस बात को आगे करेगा कि गन्ना का भुगतान 14 दिनों के अंदर होना चाहिए।

अगर चीनी मिल द्वारा 12 दिनों के भीतर गन्ना का भुगतान किसानों को नहीं किया जाता है तो फिर राशि का भुगतान ब्याज सहित किया जाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण विषय है।

जदयू के यूपी प्रभारी का कहना है कि भाजपा के साथ सीटों की सहमति नहीं होने का मतलब यह नहीं कि भाजपा के साथ कोई तकरार है। झारखंड में भी भाजपा और जदयू अलग-अलग चुनाव लड़ते रहे हैं।

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