PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
फुलवारी शरीफ। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच (एस.एस.एम.) की साप्ताहिक नुक्कड़ नाटकों की कड़ी में “दहेज की खातिर कब तक मरती रहेगी बेटियां” की प्रस्तुति वाल्मी स्थित आशीष मार्केट, फुलवारी शरीफ में की गई।
महेश चौधरी के द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- करे अत्याचार काहे कसाई के जैसा
हाय रे समाज तेरा इंसाफ कैसा…से की गई।
नाटक के माध्यम से दिखाया गया कि दहेज लेना और देना कानूनन अपराध के साथ सामाजिक कुरीति भी हैं लेकिन दहेज की खातिर विवाहिताओं को प्रताड़ित करने का सिलसिला नहीं रुक रहा है। इसी कड़ी में एक मामला सच्ची घटना पर आधारित कहानी को दिखाया गया कि एक युवती के साथ शादी के 2 साल बाद तक ससुराल में सबकुछ ठीक ठाक रहा लेकिन उसके बाद ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे।
प्रताड़ना से तंग आकर अंत में वह अपनी जिंदगी खत्म कर लेती है। लेकिन मरने से पहले उसने एक मार्मिक और दर्दनाक वीडियो बनाया। जिसमें वह इस मामले को समाज के सामने सोचने के लिए कह कर चली गई। आखिर क्यों और कब तक दहेज की खातिर मरती रहेगी बेटियां? दहेज एक ज़हर है जो समाज को धीरे-धीरे खाते चली जा रही है।
ऐसे में युवाओं एवं युवतियों को आगे आना चाहिए तभी समाज अपना सोच बदलेगा। नाटक के कलाकारों में- किरण देवी, मुन्नी देवी, मोनिका, सौरभ, करण, अमन, गौरव, शांभवी, निशांत, सुनीता देवी, अनुष्का, वैभव आदि शामिल थे।