2015 से बना उच्च विद्यालय 3 प्राथमिक शिक्षक के भरोसे चल रहा है

JAMUI: BIHAR NEWS NETWORK- DESK

जमुई से विजय कुमार कि रिपोर्ट

जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत  सिझौड़ी पंचायत के टाल सहरसा गांव में उत्क्रमित उच्च विद्यालय हैं। जहां उच्च विद्यालय के नाम पर दशमी तक की पढ़ाई के लिए सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने 2015 में इस विद्यालय को मान्यता प्रदान कर दिया गया।

इस विद्यालय की स्थापना 1963 ई में प्राथमिक विद्यालय के रूप में की गई थी। फिर सरकार के निर्देश पर इस प्राथमिक विद्यालय को वर्ष 2008 ई में प्रोन्नत करते हुए उत्क्रमित मध्य विद्यालय के रूप में दर्जा दिया गया। और फिर सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन ने कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए उत्क्रमित मध्य विद्यालय को 2015 ईस्वी में इसे उत्क्रमित उच्च विद्यालय के रूप में दर्जा दे दिया|

सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन द्वारा कार्यों पर प्राथमिक विद्यालय से मध्य विद्यालय एवं मदद विद्यालय से कुछ विद्यालय का दर्जा तो दे दिया क्या लेकिन 30 विद्यालय में पढ़ाने के लिए जो प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक थे बस वही आज तक इस विद्यालय में कार्यरत हैं। ताजा हालात में उत्क्रमित उच्च विद्यालय टाल सहरसा में कुल लगभग 500 से 800 छात्र छात्राएं नामांकित हैं।

बता दे कि  उच्च विद्यालय टाल सहरसा में छह कार्यरत शिक्षक हैं जिनमें दो शिक्षक सिकंदर आप प्रखंड कार्यालय में प्रति नियुक्त हैं जबकि एक शिक्षक मेडिकल ट्रेनिंग के लिए गए है। अब प्राथमिक विद्यालय को मध्य विद्यालय और मध्य विद्यालय को फिर कुछ विद्यालय का दर्जा तो दे दिया गया लेकिन विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक शिक्षिका नहीं भेजने के कारण यह विद्यालय  सिर्फ कागजी प्रक्रिया बनकर रह गया है। बाइट, छात्र-छात्राएं। बाइट, प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुमारी कुसुम सिन्हा। बाइट, शिक्षा विभाग के डीपीओ

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