PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
श्रेया की रिपोर्ट
पटना में शुक्रवार की रात चार-घंटे में 146 एमएम बारिश हुई। लेकिन, तमाम सरकारी दावों और घोषणाओं की पूल खोल कर रख दी गई है। राजधानी के लोगों को एक बार फिर जल जमाव से जूझना पड़ रहा है। आम लोगों को कौन पूछे, डिप्टी सीएम रेनू देवी, मंत्री शीला कुमारी, मुकेश साहनी समेत अन्य विधायकों के आवास में ही कई फ़ीट पानी जमा हो गया है।
राजधानी में हुई इतनी तीज बारिश के बाद लोग 2019 के जलजामव को यादकर सिहर उठे हैं। 2019 में 28 से 30 सितम्बर तक 72 घंटे में 478 एमएम बारिश हुई थी। जिस कारण पटना के अधिकाँश हिस्सों में छह फ़ीट ज़यादा पानी जमा हो गया था। अगर इतनी ही तीज बारिश होती तो एक बार फिर पटना 2019 की तरह डूब जाता।
बता दें की नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर की ओर से लगातार दवा किया गया था की 150 एमएम बारिश की स्थिति होने में भी राजधानी को चार से छह घंटे में जलजमाव से मुक्त कर दिया जायेगा। लेकिन, शुक्रवार की बारिश रुकने के 20 घंटे बाद भी नेताओं के आवास को भी जलजमाव से मुक्त करने नहीं मिली है, तो ऐसे में आम इलाकों का क्या हाल होगा इसका हम अंदाज़ा लगा सकते हैं।