खगौल। रमजान उल मुबारक का पाक मुकद्दस महीना मंगलवार से शुरू हो गया. वहीं ताज एकता कमिटी से जुड़े खगौल के बहुचर्चित मुस्लिम समाजसेवी मो. शाहनवाज उर्फ रिंकू ने बताया कि इस महीने का मुस्लिम समुदाय के लोगों को बेइंतहा इंतिजार होता है. इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर कड़ी इबादत करते हैं. रमजान का महीना 29 या 30 रोजे का होता है. रमजान के महीने में सुबह 4 बजे शहरी खाकर रोजा रखा जाता है और शाम को सूर्य अस्त होते ही रोजा इफ्तार करने के बाद रोजा खोला जाता है.
ज्यादातर इस महीने में कुरान पाक की तिलावत होती हैं. इस महीने में जकात, खैरात, फितर के पैसे निकालकर मुस्लिम समुदाय के लोग गरीबों में वितरित करते हैं. इस महीने की तैयारी मुस्लिम समुदाय के लोग एक महीने पहले शुरू कर देते हैं.
खगौल के चीकटोली में मुस्लिम समुदाय द्वारा रमजान उल मुबारक के पाक मुकद्दस महीने के मौके पर गलियों,घरों और मस्जिदों को सजा दिया गया है.
इस महीने में नमाजियों का तांता मस्जिदों में लगा रहता है. इस मौके पर मार्केट में जमकर खरीदारी भी की जाती है. रमजान उल मुबारक के पाक मुकद्दस महीने में पांच वक्त नमाज के साथ-साथ रात के समय ईशा की नमाज के बाद तराबियां होती हैं. यह तराबियों की नमाज करीब डेढ़ घंटे की होती है.
आम दिनों के मुकाबले रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा इबादत करते हैं और भारत में सुख शांति समृद्धि अमन कायम रहे उसको लेकर दुआएं की जाती हैं.
30 रमजान के बाद ईद का त्यौहार मनाया जाता है फिलहाल रमजान के पाक मुकद्दस महीने के शुरू होने के बाद सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों के चेहरे पर खुशी झलक रही है.