PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – डेस्क)|
श्रेया की रिपोर्ट
गूगल क्रोम लगभग सभी प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ब्राउज़र है, खासकर विंडोज और एंड्राइड पर। वास्तव में, ब्राउज़र ज्यादातर एंड्राइड डिवाइस पर पाया जा सकता है, जबकि कई दूसरे ब्राउज़र जैसे विवाल्डी, ऑपेरा, Microsoft एज और ब्रेव ब्राउज़र भी गूगल के समान क्रोमियम ब्राउज़र इंजन पर निर्भर हैं।
गूगल ने अनाउंस किया है कि इसने सिक्योरिटी खामी को दूर कर लिया है। इससे यूजर्स के डिवाइस में रिमोट कोड एग्जीक्यूट कर सकते थे। हालांकि इसके लिए अभी भी कुछ एक्शन लेने की जरूरत नहीं है। इसका मतलब जिन यूजर्स के पास Google Chromium ब्राउजर इंस्टॉल है उन्हें इसे जल्द अपडेट करने की जरूरत है।
हाल ही में आई एक जानकारी के मुताबिक, Google क्रोम में एक कमी आई थी जिसका हैकर्स गलत इस्तेमाल करके आपका डेटा चुरा सकते हैं। जबकि Google ने घोषणा की है कि उसने इस बड़े सिक्योरिटी ग्लिच को ठीक कर लिया है जो एक हैकर को यूजर्स के डिवाइस डिवाइस को रिमोटली एक्सेस करके डेटा चुराने दे सकता है, जिसके लिए यूजर्स को सावधानी रखने की जरूरत है।
Google ने अपने ब्लॉग में बताया है नया बग जो कंपनी को मिला ऐसा हो सकता है उसको पहले से ही यूज किया गया हो, इसका मतलब ये जीरो डे वल्नेरेबिलिटी है। जीरो डे वल्नेरेबिलिटी एक सिक्योरिटी खामी है. इसका यूज हैकर्स ऐप या सर्विस बनाने वाली कंपनी की जानकारी के बिना करते हैं।
इस खामी को डार्क वेब पर लाखों डॉलर में बेचा जाता है। Google ने यह भी पुष्टि की है कि यह “रिपोर्ट से अवगत है कि जंगली में CVE-2021-30563 के लिए एक शोषण मौजूद है।”
बता दें की ब्राउज़र के पुराने वर्जन का इस्तेमाल करने वाले सभी क्रोम यूजर्स को प्रभावित करने वाले बग से खुद को बचाने के लिए और अपने क्रोम वर्जन को अपडेट करने के लिए Settings > Help > About Google Chrome में जाना होगा। अगर आप वर्जन 91.0.4472.164 या बाद का वर्जन चला रहे हैं, तो आप बग से सुरक्षित हैं।