JAMUI (BIHAR NEWS NETWORK -डेस्क)| जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत गौरा पंचायत के पोस्तैहिया गाँव में सोमवार 30 नवम्बर को धान की लगी सात पुंज में आग से चार किसानों के लाखों रूपये की धान जल कर राख हो गया. जिन लोगों की धान की पुंज मेंआग लगी वो हैं मंटू तांती, महेन्द्र तांती, मनोज तांती और परमेश्वर तांती.
आग रोकने में रहे सफल
उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला पार्षद सदस्य रीमा कुमारी, समाज सेवी संजय कुमार ने बताया कि गांव के बीच में अवस्थित काली मंदिर के प्रांगण में बने खलिहान में कई धान के पुंज लगे हुए थे. भगवान का शुक्र है कि आग सिर्फ सात पुंज को ही अपने चपेट में लिया. आग सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने चार चार पम्प सेट लगा कर आग को और फैलने से रोकने में सफल रहे जिसमें पंकज कुमार, मिथिलेश कुमार, केदार तांती, राजेन्द्र तांती, अवधेश कुमार , विपिन कुमार, सीता राम तांती, निरंजन तांती एवं अन्य लोगों ने महती भूमिका निभाई.
लगभग 500 मन धान की हुई क्षति
ग्रामीणों का कहना है कि 50 हजार धान के पुआल में आग लगी से लगभग 500 मन धान की क्षति हुई है. वहीं समाजसेवी संजय कुमार के द्वारा आग लगने की सूचना दूरभाष से अंचलाधिकारी मनोज कुमार एवं थानाध्यक्ष रविन्द्र प्रसाद को दे दी गई है. पदाधिकारियों ने किसानों से लिखित आवेदन पत्र देने एवं नूकसान का आकलन करने हेतु राजस्व कर्मचारी को घटना स्थल पर भेज दिया है.
नहीं पता चल पाया आग लगने का कारण
ग्रामीणों ने बताया कि देखते ही देखते आग चारो तरफ फैलने लगी. आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. कोई कहता है कि खलिहान में कथा पूजा अर्चना की और हवन कुंडों को अच्छी तरह से नहीं बुझाये जिससे आग की चिंगारी ने यह रूप धारण कर लिया तो किसी का कथन है कि बच्चों के द्वारा खेल खेल में आग लगी.
जमुई से विजय कुमार की रिपोर्ट