दहेज ; एक अभिशाप

PATNA ( BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क )|

श्रेया की रिपोर्ट

दहेज़ की आग में ना जाने कितनी लड़कियों की ज़िन्दिगियाँ ख़तम हो गई है। कई लोग कानून की डर से दहेज़ लेने से मना तो कर देते है, लेकिन शादी के बाद पैसे और सामान लड़की के मायके से मंगवाने के लिए लड़की पे दबाव डालते है। पूरा न होने पे उसे बड़े ही आसानी से मार भी देते है। ऐसे ही एक घटना बिहार के पश्चिम चम्पारण से सामने आ रही है।

पश्चिम चंपारण के बलथर थाना के धनकुटवा में बहन की हत्या में करीब एक माह के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसे लेकर मृतका का भाई आहत है। इसमें थानाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप भी लगाया है। इसे लेकर पूर्वी चम्पारण के नकरदेई थाना के बिरता टोला निवासी व मृतका के भाई चितरंजन कुमार दूबे ने इसमेंं कार्रवाई करने की गुहार चम्पारण रेंज के डीआइजी से लगाया है।

बात चित के दौरान मृतक के भाई ने कहा है कि मृत बहन अंशु की शादी 11 दिसम्बर 2020 को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार बलथर थाना के धनकुटवा के कृष्ण मोहन पाण्डेय के पुत्र आकाश पाण्डेय से हुई थी। शादी के बाद मेरी बहन के पति समिति त ससुराल वालों ने विदा कराकर ले गये। शादी के बाद दस दिनों तक सबका का व्यवहार ठीक ठाक रहा।

वही कुछ दिनों के बाद उसके ससुराल वालों ने मायके से दहेज में बुलेट बाइक मांगने के दबाव बनाने लगे। जिसे पूरा नहीं होने को लेकर मेरी बहन की हत्या 21 मार्च 2021 को उसके पति समेत उसके ससुराल वालों ने मिलकर कर दिया। वही सारे सबूतों मिटाने के लिए शव को भी जला दिए। इसकी सूचना मोबाइल पर मेरी बहन के पति ने देते हुए बताया कि आपकी बहन बीमार है। जिसे देखने परिवार के सभी लोग धनकुटवा गये। वहां जाने बहन मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। वे लोग शव को जलाने ले जा रहे थे। मना करने पर हमलोगों के साथ मारपीट की गई। इसकी शिकायत बलथर थाना में दिया।

धनकुटवा जाने पर देखा की मेरे परिवार के सभी ओरतों को बंधक बने हुए है। इस बीच हमलोगों से सादे कागज पर दस्तखत कराए। जिसके बाद सब को मुक्त किया गया। इसकी शिकायत देने फिर थाना गये तो थानाध्यक्ष एक भी नहीं सुनी। थानाध्यक्ष पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। कहा है कि पुलिस के सहयोग से शव को जलाया गया है।

मृतक के भाई ने आगे बताया की, मलोग का बैग छिन्न कर उसमें रखे पचास हजार रूपये और मेरे भाई के मोबाइल निकाल लिया गया। बावजूद सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे है। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि इस मामले वरीय पदाधिकारियों के जांच अभी बाकी है। उसके बाद ही कार्रवाई होगी। वैसे आरोप लगाने के लिए कोई भी स्वतंत्र है।

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