PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
समाज सुधार अभियान के तहत गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटेल मैदान में सभा को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने जहां एक ओर सामाजिक कुरीतियों पर जमकर वार किया। वहीं विरोधियों पर भी निशाना साधा।
कहा हम प्रचार में विश्वास नहीं रखते हैं। लेकिन बिहार ने जो किया, उसका देश अनुशरण कर रहा है। चाहे वह लड़कियों को साइकिल, पोशाक देने की योजना हो या फिर जीविका मिशन। पंचायती राज में कानून बनाकर पचास फीसद आरक्षण महिलाओं को देने वाला पहला राज्य बिहार है।
महिला सशक्तिकरण पर तो शुरू से ही काम किया। पहले लड़कियां गरीबी के कारा पांचवी से उपर नहीं पढ़ पाती थी। हमने साइकिल और पोशाक योजना की शुरूआत की। इसका परिणाम हुआ कि पिछले साल मैट्रक में लड़कों से लड़कियां अधिक शामिल हुई।
सीएम ने कहा कि विश्व बैंक से हमने कर्ज लेकर जीविका के समूह का गठन कराना शुरू किया। उसका नाम रखा जीविका समूह रखा। अब तो 1 करोड़ 27 लाख परिवार इससे जुड़ गए हैं।
उस समय की केंद्रीय सरकार आयी। यहां की जीविका समूह के कार्यों को देखा। यहीं से प्रेरणा लेकर पूरे देश में आजीविका समूह शुरू किया। कहा कि हम प्रचार में विश्वास नहीं रखते। लेकिन कुछ लोग न जाने इंटरनेट मीडिया पर क्या सब लिखते रहते हैं।
साइकिल योजना को देखने इंग्लैंड और बाहर से भी लोग आए। आज स्कूलों में लड़का-लड़की बराबर हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी, दहेज प्रथा और बाल विवाह के कारण लोगों को काफी कष्ट उठाना पड़ रहा है। कम उम्र में शादी होने के कारण बच्चों की हाइट कम हो जाती है। अनेक प्रकार की बीमारियां पैदा होती है।
हमलोगों को सबको यह बताना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई शादी करेगा और कार्ड पर लिखेगा कि हमने दहेज नहीं लिया है, तभी हम जाएंगे। जीविका दीदी भी ऐसा करे। इससे समाज में बदलाव आएगा। शिक्षकों के नियोजन में भी हमने पचास फीसद महिलाओं को आरक्षण दिया। पुलिस में 37 फीसद का आरक्षण दिया।
जबकि पहले 3 फीसद था। अब बिहार पुलिस में 25 हजार 102 महिलाएं हैं। इससे ज्यादा महिलाएं देश के किसी प्रांत में पुलिस में नहीं है।
गरीबी से मुक्ति दिलाने में जब महिला-पुरूष एक साथ आगे बढ़ेंगे तभी सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने जीविका दीदी से गड़बड़ करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाने का भी आह्वान किया।
सीएम ने कहा कि डब्लूएचओ ने 2016 में पूरी दुनिया का सर्वेक्षण किया। वर्ष 2018 में रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें बताया कि दुनियाभर में 30 लाख लोगों की मृत्यु शराब पीने से होती है। जो कुल मौत का 5.3 फीसद है। 20 से 39 आयु वर्ग के 13.5 फीसद लोगों की मौत शराब से होती है।
इससे कई गंभीर बीमारियां भी होती है। शराब दो सौ बीमारियों को पैदा करता है। महिलाओं के साथ ङ्क्षहसा में दारू प्रमुख कारण है। 18 फीसद लोग शराब के कारण आत्महत्या करते हैं। 27 फीसद लोगों की सड़क दुघर्टना मौत शराब के कारण होती है।
उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद सड़क दुर्घटना और घरेलू ङ्क्षहसा में कमी आयी है। फिर से लोगों ने शपथ लिया है। मत पीजिए और न पीने दीजिए। सीएम ने उम्मीद जताई कि समाजसेवा का यह कार्य निरंतर चलते रहेगा। समाज के अन्य विकास कार्यों पर भी चर्चा की।
खुले में शौच से होने वाली परेशानियों से भी उन्होंने जीविका दीदी को अवगत कराया। कहा कि खुले में शौच करने और दूषित पानी पीने से नब्बे प्र्रतिशत बीमारियां होती है। इसलिए शौचालय का इस्तेमाल करें और नल का जल पीएं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिना नाम लिए राजद के शासनकाल की भी याद दिला दी। कहा कि 2005 के पहले लोग शाम होते ही घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करते थे। लेकिन आज जब मर्जी हो लोग आ-जा रहे हैं।
लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करने का काम उनकी सरकार में हुआ। हम प्रचार में विश्वास नहीं रखते। लेकिन कुछ लोग इंटरनेट मीडिया पर कुछ से कुछ लिखते रहते हैं। विकास के साथ-साथ समाज सुधार का कार्य भी चल रहा है। तभी राज्य में बदलाव आएगा।