मानसिकता के परिवर्तन और पारिवारिक स्तर से ही महिला की स्थिति में परिवर्तन संभव है: कुलपति

PATNA: BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क

रंजीत सिन्हा की रिपोर्ट

महिला दिवस के अवसर पर अकादमिक संस्था सेंटर फॉर जेंडर स्टडीज पटना द्वारा 11वीं वार्षिक संगोष्ठी इतिहास विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग पाटलिपुत्र विश्वविध्यालय पटना के संयुक्त तत्वाधान में अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुलपति आर के सिंह, पाटलिपुत्र ने लैंगिक समानता हेतु मानसिकता के परिवर्तन के ऊपर बल देते हुए पारिवारिक स्तर से महिलाओं के सकारात्मक प्रयास के लिय प्रेरित किया। उन्होंने इस वर्ष के प्रकाशन को विमोचित किया।

साथ ही इस वर्ष के श्रेष्ठ अकादमिक कार्य हेतु बंगलादेश के ढाका यूनिवर्सिटी के विद्वान प्रोफेसर मिसवा कमाल, सिवान के अभय कुमार एवं युवा विद्वान कोसलेंद्र कुमार को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ तनुजा जी ने नवीन शिक्षा नीति के सन्दर्भ में महिला समानता की बात कही। प्रोफेसर पुर्णिमा शेखर सिंह ने पर्यावरण ओर महिला का उल्लेख किया। प्रो. अजय कुमार, प्रो उषा झा, प्रो तपन शांडिल्य ने अपने विचार रखे। स्वागत भाषण प्रो एस एन आर्य ने दिया और प्रो बी पी त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

अमेरिका जर्मनी बांग्लादेश श्रीलंका के विद्वानों के साथ साथ दिल्ली, कलकत्ता, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार के लगभग 100 शोधार्थी एवं विद्वानों के शोध आलेख अकादमिक विमर्श में ऑनलाइन जुड़कर अपनी बात रखी। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में आज दिल्ली से प्रो जानकी नायर, प्रो चारु गुप्ता और प्रो मिस्बा कमाल ने द्वितीय सत्र में संबोधित किया और चार तकनीकि सत्र में 35 आलेख प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम के क्रम में सेन्टर फार जेंडर स्टडीज के सचिव ने भारतीय सन्दर्भ में लोकायत, सिद्ध संप्रदाय के आलोक में दर्शाया। मर्यादा पुरुषोत्तम राम पर भी प्रश्न चिन्ह लगाना इसके प्रमाण हैं। प्रत्येक वर्ष श्रेष्ठ कार्य हेतु प्रदान किया जाने वाला निर्धारित सम्मान इस वर्ष का प्रो हेतूकर झा मेमोरियल अवार्ड मिस्बा कमाल को, विजय ठाकुर अवार्ड कोसलेंद्र को,बेस्ट रिसर्चर अवार्ड अभय कुमार को संस्था द्वारा प्रदान किया गया। योगेंद्र कुमार ने मंच संचालन किया।

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