KHAGAUL (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)
रंजीत सिन्हा की रिपोर्ट
रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान जागरूकता अभियान का आयोजन एम्स पटना की ओर से खगौल नगर परिषद के वार्ड 22 स्थित सामुदायिक भवन में किया गया। इसमें रक्तदान से संबंधित विषयों के बारे में वहां उपस्थित लोगों को बताया गया कि रक्तदान करना एक मनुष्य के लिए क्यों महत्वपूर्ण है। मौके पर रक्तदान के इच्छुक अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए।
एम्स पटना के एमएसएसओ नितिन प्रताप सिंह ने कार्यक्रम में अपने विचार रखें तथा एकजुट महासचिव अमन कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत प्रसाद सिन्हा,जीकेसी के प्रदेश सचिव चंदू प्रिंस,जद यू नेता विष्णु गुप्ता ने लोगों को रक्तदान के महत्व को बताया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को रक्तदान के फायदे से अवगत कराना था। साथ ही रक्तदान क्यों और कैसे करना चाहिए कि जानकारी भी दी गई।कार्यक्रम का संचालन अनिरुद्ध कुमार सिन्हा ने किया।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि रक्तदान को महादान कहा जाता है। लेकिन लोगों के मन में रक्तदान से जुड़ी कई भ्रांतियां भी हैं। उसी को दूर करने का अभियान चलाया जा रहा है। विशेष कर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान के लिए जागरूकता की कमी महसूस की जा रही है।
कोविड के कारण रक्त बैंकों में रक्त की कमी देखने को मिल रही है। रक्त की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए लोगों को बढ़-चढक़र रक्तदान करना होगा।
आज के समय में रक्तदान करने में जन मानस का रुझान बहुत ही कम है। विशेष कर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग रक्तदान करने में हिचकते है। इसके लिए आवश्यकता है कि जन मानस में रक्तदान के प्रति जो भ्रांतियां फैली हुई हैं, उनका निवारण किया जाना चाहिए। साथ ही रक्तदान के लिए लोगों को जागरूक और प्रेरित करना चाहिए।
हर व्यक्ति को स्वयं रक्तदान करना चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।खून देना और किसी की जिंदगी को बचाना पुण्य का काम है। हमें खून डोनेट कर दूसरों को भी खून डोनेट करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। दुनिया का कोई वैज्ञानिक खून बना नहीं सकता है। जरूरत पड़ने पर एक इंसान का खून ही किसी दूसरे की जिंदगी बचा सकता है। ब्लड डोनेशन के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है। कई लोग हमेशा खून डोनेट करने के लिए तैयार रहते हैं। रक्तदान करने के बाद सेहत ठीक रहती है। हर युवा को रक्तदान के लिए प्रेरित करना होगा।सबको यह बात समझानी चाहिए कि ऑक्सीजन कृत्रिम रूप से बन सकती है, रक्त नहीं। रक्तदान को लेकर समाज में कई भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिनको दूर करने के लिए मुहिम चलानी चाहिए| प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया प्रभावी माध्यम हो सकता है।
हर व्यक्ति करे रक्तदान
वर्तमान में मोबाइल के जरिए करीबी रिश्तेदार और दोस्तों से आग्रह किया जा सकता है कि वे रक्तदान जरूर करें।
रक्तदान के लिए युवाओं को प्रेरित किया जाए
रक्तदाताओं का सम्मान किया जाए।
- सामाजिक संगठनों व प्रशासन को रक्तदाताओं को सम्मान देकर उनका हौसला बढ़ाना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित हों।
छोटी-छोटी वीडियो फिल्में और गली-मोहल्लों में नुक्कड़ नाटकों के द्वारा भी रक्तदान के लिए अलख जगाई जा सकती है।