JAMUI (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
विजय कुमार कि रिपोर्ट
● विधानसभा में पुलिस की गुण्डागर्दी लोकतंत्र के इतिहास में काला दिन :बाबू साहब
● विधायकों की पुलिस द्वारा पिटाई के खिलाफ माले का प्रदर्शन
विधानसभा में विपक्ष के माननीय विधायकों को पुलिस द्वारा घसीटते हुए बाहर निकालने और फिर लात-घूसों से उनकी बर्बर पिटाई के खिलाफ आज भाकपा माले जमुई कचहरी चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर के नेताओ ने धिक्कार दिवस के रूप में माना रही है. जिसका नेतृत्व ऐक्टू के जिला प्रभारी बासुदेब रॉय, आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब, इन्कलाबी नोजवान सभा के जिला प्रभारी जय राम तुरी,अलीगंज प्रखंड सचिव महेंद्र यादव,मो हैदर, बह्मदेव ठाकुर, ने किया.
नेतृत्व कर रहे आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा की कल जो कुछ विधान सभा के अंदर ओर बाहर हुआ वह लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन है. आगे उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू लोकतंत्र की हत्या करके बिहार को फासीवादी शासन की ओर धकेलना चाहती है. इसके खिलाफ भाकपा-माले राज्य में धिक्कार दिवस मना रहीं है.
वही ऐक्टू प्रभारी बासुदेब रॉय और जयराम तुरी ने कहा कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 में जो आशंकाएं जाहिर की जा रही थीं, उसका नजारा कल विधानसभा के अंदर ही देखने को मिल गया. जब जनता के चुने हुए प्रतिनधियों के साथ सरकार ऐसा व्यवहार कर सकती है तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा-जदयू बिहार को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं?
पुलिस ने महिला विधायकों तक को नहीं छोड़ा. पुलिस के अलावा सिविल ड्रेस में और भी दूसरे लोग थे जो विपक्ष के विधायकों पर जानलेवा हमले कर रहे थे. पुलिस द्वारा विपक्ष के विधायकों को पिटवाकर विधेयक पास करवाना कौन सा लोकतंत्र है? बिहार की जनता सबकुछ देख रही है. इसके खिलाफ हमारी लड़ाई विधानसभा के अंदर व बाहर जारी रहेगी.
मौके पर राजकिशोर किस्को, बासुदेब हासदा, गोरेलाल कुमार,गुर्जर माझी,चानो तुरी,सरदार मोदी,सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे
बाइट, बाबु साहब.