PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
श्रेया की रिपोर्ट
जब बात घूमने की होती है तो लोग अक्सर विदेश यात्रा या देश में भी कश्मीर से कन्याकुमारी तक के नाम ले लेते हैं तो कुछ साउथ घूमने की सलाह देते हैं। पर कोई बिहार के बारे में नहीं जानता की बिहार में भी कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। अगर कभी छुट्टियों पर जाने का प्लान बना तो शायद ही किसी को बिहार का नाम याद आता है। आइये आज एक प्रकाश बिहार की खूबसूरती पर डालते हैं।
बिहार राज्य में कई ऐसे ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है जो पर्यटन की दृष्टि बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, एवं देश – विदेश से भी लाखों की संख्या में पर्यटक इसे देखने के लिए खींचे चले आते हैं। इतिहास के पन्नों को अगर खंगाला जाए तो पता चलेगा, कि इस ऐतिहासिक भूमि ने शिक्षा की अलख जगाने से लेकर रणभूमि में मर मिटने को तैयार कई वीर योद्धा तक दिए हैं। आइये जानते बिहार की छह प्रमुख पर्यटन स्थल :
उच्च शिक्षा का केंद्र- नालंदा :
प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा के लिए विश्व विख्यात रहा नालंदा, उस समय का सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र था। यहां बौद्ध धर्म के अलाव कई अन्य धर्म के छात्र एकसाथ पढ़ते थे। विश्व धरोहर नालंदा का निर्माण गुप्त शासक कुमारगुप्त ने करवाया था। यहां तकरीबन 10 हजार विद्यार्थियों के साथ 1000 शिक्षक मौजूद थे। यह स्थल बौद्ध अनुयायियों के लिए एक मठ के रूप में ही उभरा। आज भी कई बौद्ध यहां एक बार भ्रमण करने तो ज़रूर आते हैं। इसे विश्व का पहला आवासीय विश्वविद्यालय कहा जाता है।
राजगीर
बिहार प्रांत के नालंदा जिले में स्थित राजगीर एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जो अपनी धार्मिक छवि के लिए पूरे दुनिया भर में जाना जाता है। राजगीर कभी मगध राज्य की राजधानी हुआ करता था। पहाड़ियों से घिरा राजगीर एक धार्मिक स्थल के साथ-साथ एक खूबसूरत हेल्थ रिसॉर्ट भी है। पौराणिक मान्यता के अनुसार राजगीर बह्मा की पवित्र यज्ञ भूमि का केंद्र था, जहां भगवान बुद्ध और महावीर ने लंबी साधना की। इस शहर का जिक्र पुराणों में भी मिलता है। आप चाहे तो शांति स्तूप, जरासंध का अखाड़ा, सोन भंडार, मणियार मठ, नौलखा मंदिर, तपोवन, जेठियन बुद्ध पथ, विम्विसार का बन्दीगृह, सप्तपर्णी गुफा आदि अपनी बिहार यात्रा का हिस्सा बना सकते हैं। अभी हाल में राजगीर में ग्लास-ब्रिज भी बनाया गया है, यह ब्रिज देश की पहली ग्लास ब्रिज है।
बोधगया
बिहार में घूमने वाली जगहों में शामिल बोधगया एक प्रमुख आकर्षित पर्यटन स्थल हैं जोकि बौद्ध धर्म से सम्बंधित अनुयाईयों के लिए विशेष महत्व रखता हैं। बोधगया एक तीर्थ स्थल के रूप में भी जाना जाता हैं और यह वह स्थान जहाँ बोधि वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। आपको बता दें की बोधगया को यूनेस्को की विश्वधरोहर की सूची में भी स्थान मिला हैं।
मुंगेर
बिहार में स्थित मुंगेर को ऐतिहासिक नगरी कहा जाता है। यहां आज भी पहले के बने हुए पुराने जमाने के किले मौजूद हैं। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां दिखाई देने वाली पहाड़ियों के ऊपर कई भव्य किले बने हुए हैं जो इस शहर की खूबसूरती में चार-चांद लगाती है। यहांं आकर अगर आप प्रकृतिक दृश्यों का आनंद लेना चाहते हैं तो आपके लिए यहां की कृष्ण वाटिका सबसे अच्छी जगह है। इस वाटिका के अंदर दो लंबी सुरंग हैं जिन्हें प्रचीन समय मेें बनाया गया था।
वैशाली
बिहार राज्य में स्थित वैशाली एक ऐतिहासिक गांव है, जो भगवान गौतम बुद्ध की कर्मभूमि के रूप में जाना जाता है। यही वो स्थान था जहां भगवान महावीर का जन्म हुआ। कहा जाता है, यह स्थान गौतम बुद्ध को बहुत प्रिय था। आप यहां के आसपास स्थित दर्शनीय स्थलों को भी देख सकते हैं, जिसमें सम्राट अशोक द्वारा निर्मित अशोक स्तंभ, बौद्ध स्तूप, विश्व शांति स्तूप, बावन पोखर मंदिर, एवं अन्य जगहों को अपने भ्रमण में शामिल कर सकते हैं।
पटना
पटना एक ऐतिहासिक शहर है जो इतिहास को दर्शाने वाले कई ऐतिहासिक स्मारकों को समेटे हुए है। पटना को कभी इसके एतिहासिक नाम पाटलिपुत्र से बुलाया जाता था। पटना आज बिहार की व्यस्त राजधानी है। यह शहर गंगा नदी के दक्षिणी तट के पास स्थित है। इस शहर का इतिहास करीब 490 ईसा पूर्व का है, जब यहां के शासक अजातशत्रु ने अपनी राजधानी राजगीर से बदलकर यहां स्थापित की।
अगर आप बिहार के पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व को समझना चाहते हैं, तो पटना जरूर आएं। पटना, बिहार का मुख्य केंद्र बिंदु है, जहां से आप अन्य पर्यटन स्थलों की सैर का आनंद ले सकते हैं।