पालीगंज के नरौली मठिया गाँव में महादलित महिलाओं को पीटने वाले आबकारी अधिकारियों पर कार्रवाई हो
पालीगंज। पालीगंज के सिगोड़ी पंचायत के नरौली मठिया गाँव के मुसहरी में दो दिन पूर्व आबकारी विभाग के लोगों द्वारा आम ग्रामीणों और महिलाओं को बुरी तरह पिटाई का मामला सामने आया है। आज नरौली मठिया का दौरा करने के बाद स्थानीय विधायक डॉ. संदीप सौरभ ने कहा कि शराबबंदी कानून की आड़ में दलितों पर ज़ुल्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से दलितों और गरीबों के साथ मारपीट, लूटपाट और गाली गलौज करने की खुली छूट आबकारी विभाग के लोगों को मिली हुई है। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के टीम में महिलाएं नहीं होती और ये लोग प्राइवेट लोगों को अपने साथ रखते हैं, जिनका काम शराब पीने-बेंचने वालों के अलावा नहीं पीने वालों को भी जबरन उठाकर पैसे ऐंठना होता है!
ग्रामीणों के अनुसार आबकारी विभाग के लोगों ने पहले तो आते ही युवाओं और बच्चों को पीटना शुरू कर दिया और जब वहाँ मौजूद महिलाओं ने एतराज जताया तो महिलाओं को भी पीटना शुरू कर दिया। इसमें महेंद्र मांझी की पत्नी संगीता देवी पिटाई के बाद बेहोश हो गई। आबकारी विभाग के लोगों को लगा कि कुछ अनहोनी ना हो जाए इसलिए उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी घुमा ली और गांव से बाहर जाकर गाड़ी को रोक कर खुद ही अपनी गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे। इसे भी ग्रामीणों ने देखा। मामले की लीपापोती करने एवं अपने अधिकारियों को बचाने के लिए उल्टा अब गांव के लोगों पर मुकदमा करने की बात हो रही है।
ग्रामीणों से मिलकर विधायक संदीप सौरभ ने वहीँ से सीनियर एसपी, पटना ग्रामीण एसपी और सिगोड़ी थानाध्यक्ष से बात की। विधायक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस मामले को लेकर सरकार से बात होगी और अगर जरूरत पड़ी तो हम लोग अदालत तक जाएंगे। उन्होंने मांग की है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो, ग्रामीण पर लगे झूठे आरोप और मुकदमा वापस हो साथ ही नरौली मठिया के मुसहरी में लोगों को रोजगार का विकल्प मुहैया कराया जाए।