खगौल। रहनुमा-ए-क़ौम कब्रिस्तान कमिटी के जरिये 101वीं हजरत सैयद शाह पीर नसीरुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह का दो दिनों तक चलने वाला उर्स बड़ी धूम-धाम और अकीदत के साथ मनाया गया। यह मज़ार शरीफ हिन्दु -मुस्लिम एकता का मिसाल है। यहाँ सभी धर्मों के लोग हर साल यहाँ आकर मन्नत मांगते है और मन्नत पूरी होने पर फूल और चादर चढ़ाते है। गुरुवार को सुबह से लेकर रात तक नेयाज, फातेहा, गुलपोशी, चादरपोशी होती रही और दुआ ज़ायेरीन करते रहे और रात में कई तंज़ीमों के तरफ से गुल पोशी और चादर पोशी हुई। जिसमें मो सुल्तान, मो सईद, अहमद हुसैन, मो मोनीर ने ज़ायरीनों को नेयाज और फातिहा कराई वहीं दूसरी तरफ चादर चढ़ाने वालों में मो याहिया हुसैन, मो सज्जाद, मो रिंकू, ताज एकता कमिटी,असलम कुरैशी, तौसीफ अख्तर,बड़ी खगौल के आफताब रज़ा, फ़ैजाने औलिया कमिटी और छोटी खगौल चीक टोली से लोगों ने चादर चढ़ाया साथ ही हिन्दुस्तान के साथ पूरी दुनिया में अमन शान्ति और भाईचारगी कायम रहने की दुआ की। हाफ़िज़ व क़ारी मोहम्मद शमशाद साहेब ने नात शरीफ पढ़ा। कमिटी के अध्यक्ष शोएब कुरैशी, उपाध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक़ कुरैशी, सचिव मोहम्मद सज्जाद आलम उर्फ़ गुड्डू, संयुक्त सचिव मोहम्मद शम्सुद्दीन उर्फ़ पिंटू, कोषाध्यक्ष मोहम्मद सुल्तान उर्फ़ विक्की ने आये हुए जायरीन और भक्तों का हार्दिक स्वागत और शुक्रिया अदा किया।