PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
खगौल। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच (एस.एस.एम) के साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं निर्देशित “वायु प्रदूषण है काला धुआं” की प्रस्तुति वाल्मी स्थित आशीष मार्केट, फुलवारीशरीफ में की गई।
नाटक की शुरुआत हृदय नारायण झा द्वारा रचित तथा सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- वायु प्रदूषण का काला धुआं पर्यावरण का है अंधा कुआं, कल कारखाने, वाहनों के धुंए को रोको जरा वरना जीवन न बच पाएगा… से की गई।
नाटक के माध्यम से दिखाया गया कि पर्यावरण की रक्षा कीजिए तभी प्राणी जगत की सुरक्षा होगी। इसका सबसे अधिक प्रभाव मौसम पर हो रहा है, जिसके कारण अत्यधिक गर्मी तथा अनियमित वर्षा, जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहा है।
जीवन के लिए जल और जल के लिए हरियाली जरुरी है इसलिए तालाब, पोखर, आहर, पइन का निर्माण, उसकी साफ-सफाई तथा संरक्षण के साथ कुओं का जीर्णोद्धार एवं उराही करते रहना चाहिए।
पौधारोपण अधिक से अधिक करना होगा तभी जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है। कल-कारखाने, मोटरों के धुएं जो आसमान में जहर उगल रहा है उस दिशा में भी सोचना होगा तभी कल्याण होगा।
नाटक के कलाकारों में- महेश चौधरी, सौरभ राज, अमन, प्रमोद, करण, सौरव पांडे, रोहित,कामेश्वर प्रसाद आदि शामिल थे।