PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण आदि के विरोध में ट्रेड यूनियनों व फेडरेशन की दो दिवसीय औद्योगिक हड़ताल सोमवार से शुरू हो गई।
दस बजे से पहले ही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों ने क्षेत्रीय, मंडल व शाखा कार्यालयों पर नारेबाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भारतीय जीवन बीमा निगम और सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं। साथ ही डाक विभाग के कर्मचारी भी हड़ताल पर है। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक और निजी क्षेत्र के बैंक हड़ताल में शामिल नहीं हैं। इससे बैंक ग्राहकों को बड़ी राहत है।
आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डाक्टर कुमार अरविंद ने कहा हैं कि सरकार बैंकों का निजीकरण कर रही है। इससे जनता का पैसा पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा। यह किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।
संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा है कि बिहार में व्यावसायिक बैंकों की 2951 और ग्रामीण बैंकों की 2110 शाखाएं बंद हैं। कुल 5061 शाखाओं में कामकाज ठप है। हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक की 983 शाखाएं खुली हुई हैं।
व्यावसायिक बैंकों के 2664 एटीएम में आज कैश लोड नहीं हुआ है। एसबीआइ के 2408 एटीएम काम कर रहे हैं। इससे लोगों को राहत हैै। बैंक हड़ताल से 50 हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।
उधर ईस्टर्न जोन जेनरल इम्पलाईज एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्य नारायण प्रसाद ने कहा है कि सभी साधारण बीमा कंपनियों में कामकाज ठप है।
कर्मचारी हड़ताल पर हैं। ओरिएंटल इंश्योरेंस, नेशनल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस और न्यू इंडिया एश्योरेंस के सभी कार्यालय बंद हैं।