PATNA (BIHAR NEWS NETWORK-DESK)
खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान कहते रहे लोक जनशक्ति पार्टी के अपने गुट के अध्यक्ष चिराग पासवान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद पहले पार्टी दो-फाड़ हो गई, फिर एक-एक कर कई अपनों ने बगावत कर दी।
पार्टी के आधार स्तंभ रहे कई नेता अब चिराग के विरोधी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ मजबूत कर रहे हैं। इस बीच चिराग को एक और बड़ा झटका लगा है। ताजा मामला चिराग पासवान की कोर कमेटी के अहम सदस्य माने जाने वाले पूर्व विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह का सैकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने का है। वे सोमवार को सौ से अधिक समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो गए। इसके लिए जेडीयू कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
विदित हो कि विनोद कुमार सिंह लंबे समय तक एलजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। वे चिराग पासवान की कोर टीम के अहम सदस्य रहे। एलजेपी के टिकट पर उन्होंने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव भी लड़े। इसके पहले वे 2009 से 2015 तक स्थानीय प्राधिकार कोटे से जेडीयू के विधान पार्षद रहे थे।
विनोद कुमार सिंह सोमवार काे अपने समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो गए। इसके लिए अपराह्न तीन बजे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की मौजूदगी में मिलन समारोह का आयोजन किया गया। मिलन समारोह में राज्य के कई मंत्री भी उपस्थित रहे। इसमें एलजेपी के चिराग गुट के सौ से ज्यादा पदाधिकारी जेडीयू में शामिल हो गए।
विनोद सिंह कहते हैं कि चिराग पासवान की एलजेपी को अपराधी चला रहे हैं, जिससे उन्हें घुटन हो रही थी। हालांकि, विनोद सिंह ने चिराग पासवान के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छोड़कर एलजेपी में जाने को अपनी बड़ी भूल बताया।