इस साल रक्षाबंधन 22 अगस्त दिन रविवार को मनाया जाएगा, सालों बाद इस साल रक्षाबंधन शुभ संयोग, जानें सुबह मुहूर्त एवं कथा के बारे में

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- DESK)

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होता है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को ये त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष रक्षाबंधन पर कई शुभ संयोग बनने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन संयोग को बेहद शुभ माना गया है, ये संयोग भाई-बहन के लिए बहुत शुभ साबित होंगे।

इस साल रक्षाबंधन 22 अगस्त दिन रविवार को मनाया जाएगा, ज्योतिष के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन पर शोभन योग बन रहा है। 22 अगस्त की सुबह 10 बजकर 34 मिनट तक शोभन योग रहेगा। ये योग मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है।

इस योग के दौरान की गई यात्रा बहुत कल्याणकारी साबित होती है। इसके साथ ही इस दिन शाम को 7 बजकर 40 मिनट तक घनिष्ठा योग रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, घनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी मंगल ग्रह है। इस नक्षत्र में जन्में लोगों का अपने भाई-बहन के प्रति विशेष प्रेम होता है।

कहा जा रहा है की, इस नक्षत्र में रक्षाबंधन का पड़ना भाई-बहन के आपसी प्रेम को बढ़ाएगा। इस बार भद्राकाल न होने की वजह से दिनभर में किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है। रक्षा बंधन पर इस बार राखी बांधने के लिए 12 घंटे 13 मिनट की शुभ अवधि रहेगी।

शास्त्रों में रक्षाबंधन से जुड़ी कई कथाओं का वर्णन है, पर इनमें से राजा बलि और माता लक्ष्मी की कथा सबसे ज्यादा प्रचलित है। धार्मिक कथाओं के अनुसार, पाताल लोक में राजा बलि के यहां बंदी बने हुए देवताओं की मुक्ति के लिए माता लक्ष्मी ने बलि को राखी बांधी थी। राजा बलि ने अपनी बहन माता लक्ष्मी को भेंट स्वरूप देवताओं को मुक्त करने का वचन दिया था।

हालांकि, राजा बलि ने देवताओं को मुक्त करने के लिए ये शर्त भी रखी थी कि देवताओं को साल के चार महीने इसी तरह कैद में रहना होगा। इसलिए सभी देवता आषाढ़ शुक्ल पक्ष की देवशयनी एकादशी से कार्तिक शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी यानी चार महीने तक पाताल लोक में निवास करते हैं। इस दौरान मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *