अमृत महोत्सव पर जिला ग्रामीण पथ संगोष्ठी आयोजित

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- DESK)

ग्रामीण सड़को का निर्माण सरकार की प्राथमिकता : महाबली सिंह

ग्रामीण कार्य विभाग ने गुणवत्ता पूर्ण ग्रामीण सड़कों का कराया निर्माण : डीएम

औरंगाबाद। ग्रामीण सड़को का निर्माण सरकार की प्राथमिकता है। एक गांव को दूसरे गांव तथा एक शहर से दूसरे शहर को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को लागू किया गया है, जिसको धरातल पर उतारने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग की अहम भूमिका रही है। उक्त बातें ग्रामीण कार्य विभाग, औरंगाबाद द्वारा स्थानीय नगर भवन में आजादी के 75वां साल पर आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजित जिला ग्रामीण पथ संगोष्ठी को संबोधित करते हुए काराकाट सांसद महाबली सिह ने कही।

सांसद श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत 250 से अधिक वाले बसावटों को सड़क से जोड़ने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग ने बिहार में इन सड़को का निर्माण कराने में अहम भूमिका निभाई है।

कार्यक्रम की शुरूआत काराकाट संसदीय क्षेत्र के सांसद महाबली सिह, औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमण्डल, औरंगाबाद के कार्यपालक अभियंता युगेश्वर कुमार सिंह, कार्य प्रमंडल दाउदनगर के कार्यपालक अभियंता अरूण कुमार एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि आजादी के 75वां साल पर आजादी का अमृत महोत्सव कोरोना गाइडलाइन को पालन करते हुए मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग ने गुणवत्ता पूर्ण ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि इस गोष्ठी के माध्यम से हम ग्रामीण सड़कों के बारे में सुझाव भी प्राप्त करेंगे।

उन्होंने कोविड काल मे जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सहयोग पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सांसदों द्वारा भरपूर मदद किया गया, जिसके कारण औरंगाबाद जिला में कोरोना पर काबू पाने में सहुलियत हुई। उन्होंने कहा कि जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के तहत अबतक 2593.11 किलोमीटर सड़कों का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कराया गया है।

कुटुंबा विधायक राजेश राम ने भी ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर चर्चा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई है, इस परियोजना से लोगों को कीचड़ से हटकर पक्की सड़क मिली है। कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमण्डल, औरंगाबाद के कार्यपालक अभियंता युगेश्वर कुमार सिंह ने विभाग के कार्यों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वारा आवश्यक पुल-पुलियों और क्राॅस ड्रेनेज संरचनाओं के साथ साथ बारहमासी पथ के द्वारा ग्रामीण बसावटों को सम्पर्कता प्रदान करने के प्राथमिक उद्देश्य के आलोक में 25 दिसम्बर 2000 को प्रारंभ की गई थी।

उन्होंने बताया कि मैदानी क्षेत्रों में 500 से अधिक आबादी वाले तथा उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में 250 से अधिक आबादी वाले तथा एमएचए द्वारा पहचाने गए गंभीर वामपंथ उग्रवाद प्रभावित प्रखण्डों में 100 से अधिक आबादी के साथ पात्र असंबंद्ध बसावटों (गांवों) के लिए जनगणना 2001 के आधार पर सम्पर्कता प्रदान किये जाने का प्रावधान है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और उनके उत्पादों के लिए बाजार तक पहुंच पथ प्राप्त हो सके।

सरकार ने बाद में प्रधानमंत्री फेज दो के तहत लगभग 2456.743 किलोमीटर महत्वपूर्ण लम्बी सड़क के निर्माण व उन्नयन के साथ वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों (आर.सी.पी.एल.डब्लू.ई.) के लिए सड़क सम्पर्क परियोजना के समेकन के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 3 जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र प्रारंभ किए गए है।

साथ ही साथ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 3 के तहत ग्रामीण कृषि बाजारों, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों और अस्पतालों को जोड़ने वाले 6162.50 किलोमीटर थ्रू रूट और प्रमुख ग्रामीण सम्पर्क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 3 के कार्यान्वयन अवधि मार्च 2025 तक पूर्ण किया जाना है।

उन्होंने बताया कि औरंगाबाद जिला में परियोजना की स्थापना के बाद से वर्तमान समय तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 1 के तहत कुल 2593.11 किलोमीटर लम्बी सड़को का निर्माण कराया गया है और इस योजना के तहत कवरेज के लिए चिन्हित 2179 योग्य बसावटों (गांवों) के आलोक में 1956 पात्र एवं व्यवहार्य आवास 223 योजना के तहत और 843 राज्य से जुड़ी बसावटों को पहले ही हर मौसम में सड़क सम्पर्कता प्रदान किया गया है।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 2 के तहत कुल 24.73 लम्बाई सड़क की स्वीकृति प्राप्त हुई है, जिसमें 16.47 किलोमीटर लम्बाई में सड़क का निर्माण किया जा चुका है। आर.सी.पी.एल.डब्लू.ई. के तहत अबतक 253.04 किलोमीटर सड़क की लम्बाई स्वीकृत की गई है और 241.84 किलोमीटर लम्बाई में निर्माण भी हो चुका है।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज 3 के तहत 120.24 किलोमीटर लम्बाई में सड़क की स्वीकृति मिली है, जिसका निविदा की प्रक्रिया जारी है। इस प्रकार औरंगाबाद जिले में 2851.42 किलोमीटर योजना के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के तहत सड़क का निर्माण पूर्ण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़को के रख रखाव के लिए अपनाए गए मानक बोनी दस्तावेज 2020 के प्रावधानों के अनुसार ठीकेदार को पथ के निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद पांच वर्षों तक गुणवत्तापूर्ण बनाए रखने के लिए उत्तरदायी है।

उन्होंने बताया कि 27 करोड़ 64 लाख 54 हजार 588 रुपये अनुरक्षण पर खर्च किये जा चुके है। सड़कों के रख रखाव के प्रयास के फलस्वरूप 502.02 किलोमीटर लम्बाई का नवीनीकरण और मरम्मत की गई है। मौके पर पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा, जदयू नेता विश्वनाथ सिह, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमण्डल दाउदनगर अरुण कुमार, सांसद प्रतिनिधि अरविंद उपाध्याय, जदयू नेता संजीव शरण, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार मिश्र, सहायक अभियंता दिनेश प्रसाद सिंह, कामेश्वर सिंह, कनीय अभियंता रमेश चौधरी, रंजीत कुमार, प्रमोद कुमार विद्यार्थी, ग्रामीण कार्य विभाग अंचल औरंगाबाद के कम्प्यूटर ऑपरेटर सूरज पाण्डेय, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमण्डल औरंगाबाद के सहायक लेखा प्रबंधक विशेश्वर प्रसाद, सहायक आई टी प्रबंधक चंदन कुमार, कम्प्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद शहनवाज, मनीष कुमार, सुनित कुमार, मनोरंजन कुमार, रंजन कुमार, अभिषेक कुमार, आशा देवी, रेणु कुमारी, मनोरमा कुमारी के अलावें संवेदक संघ (तृतीय एव चतुर्थ श्रेणी) के अध्यक्ष सुधीर सिंह, धनंजय सिंह, शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, आशुतोष सिंह उर्फ बिक्की, दिलीप कुमार, बिटटू सिंह सहित कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रमेन्द्र मिश्र ने किया।

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