PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
हर साल बिहार में मानसून के समय बाढ़ की स्थिति बन जाती है। लोग बाढ़ से परेशान हो कर दूसरे जगह रहने या जाने का सोचने लगते हैं। राज्य सर्कार की ओर से हर साल बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत सामग्री एवं मदद के लिए लोगों को भेजा भी जाता है। हर साल के भाति इस साल भी राज्य की सभी नदियां उफान पर हैं। जिसे देखते हुए बाढ़ से बचाव कार्य के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की बिहटा यूनिट से 10 टीम को अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है।
भेजे जाने वाली सभी को बाढ़ से बचाव के लिए कई चीज़ें भी भेजी जा रही है जैसे की, कटिंग टूल्स व उपकरण संचार उपकरण, मेडिकल किट, डीप डाइविंग सेट, इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि सामान। इन टीमों के साथ ट्रैनड तैराक और मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेंगे। किसी भी तरह की अच्छी या बुरी स्थिति से निपटने के लिए सभी टीमें पूरी तरह से तैयार है।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Deparment) की मांग पर एनडीआरएफ, नई दिल्ली की सहमति से नौवीं वाहिनी की टीम अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया तथा पटना जिलों में तैनात की जा रही हैं। वहीं इससे पहले बेतिया, अररिया, किशनगंज तथा झारखंड के जमशेदपुर जिले में टीम की तैनाती की जा चुकी है।
आपको बता दें की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जल संसाधन विभााग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ कल देर शाम बैठक कर सिथति की समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने तटबंधों की निगरानी का निर्देश भी दिया था। साथ ही उन्होंने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को हर वक़्त तैयार रहने को कहा।
इस बार बिहार में मानसून के आने से पहले प्री मानसून में ही अच्छी बारिश देखि जा रही है। साथ ही इधर नेपाल की तरफ से भी नदियों में पानी छोड़ने का सिलसिला बना हुआ है। इन सबकी वजह से बाढ़ की भी स्थिति बानी हुई है। जिसे ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पहले से ही सक्रिय है।