एक तरफ कोरोना संक्रमण का आंकड़ा कम होता दिख रहा है तो वहीं बिहार में तेजी से फैल रही है ये खतरनाक बीमारी

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|

श्रेया की रिपोर्ट

बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार काम गई है। लेकिन इस बीच ब्लैक फंगस के मरीज़ों की संख्या में काफी बढ़ोत्री देखि जा रही है, और साथ ही ब्लैक फंगस के इलाज में लगने वाले दवाओं में भी कमी देखि जा रही है।

बिहार के अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए जरूरी एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की किल्लत काफी दिनों से बानी हुई है। लेकिन इसी बीच खबर मिली है की रविवार देर रात पटना एम्स व आईजीआईएमएस को दवा के लगभग 400 वायल दिये गए हैं।

अस्पताल प्रबंधनों का कहना है की जितने मरीज़ अभी भर्ती है उनको उपलब्ध कराये गए दवाओं में से एक दिन तक की खुराख दी जा सकती है, और साथ ही बताया की आगे विभाग ने दवा उपलब्ध करने का विश्वास दिलाया है।

आपको बता दें की ब्लैक फंगस के इलाज के लिए ज़रूरी एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन बाजार में खुली नहीं मिलती है। यह दवा अस्पताल के मांग पर स्वस्थ विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। पिछले कुछ दिनों से इस दवा में हो रही किल्लत की वजह से मरीज़ एवं अस्पताल प्रबंधनों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था।

मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल अभी एम्स में 80 और आईजीआईएमएस में 98 ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं। भर्ती मरीज़ों के अनुसार हर दिन लगभग 500 वायलो की ज़रूरत है।

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