कोरोना महामारी में डॉक्‍टर साक्षात बने भगवान का साक्षात रूप

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|

श्रेया की रिपोर्ट

कोरोना वायरस महामारी के आपदा काल में डॉक्‍टर साक्षात भगवान बन कर लोगों की सेवा कर रहे हैं। अपनी जान को खतरे में डालकर इलाज में जुटे डॉक्‍टरों की बदौलत ही लाखों लोगों की जान बचाई जा सकी है। आइएमए बिहार की ओर से जारी सूचना के लिहाज से कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 42 से अधिक डॉक्‍टर अपनी जान गंवा चुके हैं।

ऐसी प्रतिकूल परिस्थिति में वैशाली जिले के एक डॉक्‍टर ने बता दें की, वैशाली जिले के महनार प्रखंड की हसनपुर दक्षिणी पंचायत के मुखिया मुकेश कुमार सिंह एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महनार के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनोरंजन कुमार सिंह के साथ स्वास्थ्यकर्मियों ने मानवता की मिसाल पेश की है।

उन्होंने फौजी उदय सिंह के 65 वर्षीय पिता राम उद्गार सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद उन्हें अपने कंधे पर लादकर दाह संस्कार किया। डॉ. मनोरंजन एवं मुखिया मुकेश ने पीपीई किट पहनकर स्वयं शव को उठाकर गंगा घाट पर ले गए, जहां अंतिम संस्कार किया गया।

जानकारी के अनुसार हसनपुर दक्षिणी गांव में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई थी। उसका बेटा सेना में कार्यरत है और घर पर कोई पुरुष सदस्य नहीं था। समाज ने संक्रमण के डर से शवदाह करने से खुद को किनारा कर लिया। मुखिया ने बताया की सूचना मिलने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी गांव में पहुंचे और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शव को प्लास्टिक में लपेटकर दाह संस्कार के लिए ले जाया गया।

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