JAMUI (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
विजय कुमार कि रिपोर्ट
● स्कूल बंदी के नाम पर होगी आर – पार की लड़ाई : रंजीत
बिहार में फिलहाल जो सबसे बड़ी मुसीबत दस्तक दे रही है वो कोरोना का संक्रमण है. एक वक्त लगा था कि कोरोना शायद खत्म हो रहा है. लोग अपने दिनचर्या में लौटने लगे थे। लोगों के मन से कोरोना का भय खत्म हो रहा था, लेकिन होली के बाद से जिस तरह से कोरोना ने कोहराम मचाना शुरू किया है, उसके बाद से सरकार भी भयभीत है. इसी वजह से सरकार ने सभी स्कूल – कॉलेजों के साथ कोचिंग संस्थानों को 11 अप्रैल तक बंद करने का आदेश जारी किया है. लेकिन इस फैसले का सीधा असर निजी स्कूलों पर पड़ता दिखाई दे रहा है.
जमुई जिला समेत राज्यभर के सभी इंडिपेंडेंट स्कूल सरकार से दो – दो हाथ करने के मूड में हैं. संगठन ने ऐलान कर दिया है कि वे सरकार की बात अभी के लिए मान गए, लेकिन अब वे उनकी बात नहीं मानने वाले हैं. स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि 12 अप्रैल से सभी निजी स्कूल खोले जाएंगे और बच्चों के भविष्य को संवारा जाएगा.
इंडिपेंडेंट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की महत्वपूर्ण बैठक राज्य सचिव रंजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में जमुई स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के प्रशाल में आहूत की गई, जिसमें विभिन्न जिलों के लगभग 200 विद्यालयों के संचालकों ने हिस्सा लिया और अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करते हुए चट्टानी एकता का परिचय दिया. विद्यालय प्रबंधकों की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया कि जमुई जिला के साथ राज्यभर के सभी निजी स्कूल सरकार के निर्देशानुसार 11 अप्रैल 2021 तक बंद रहेंगे. उसके बाद यदि सरकार 12 अप्रैल 2021 से विद्यालय खोलने की अनुमति नहीं देती है तब इस स्थिति में बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निजी स्कूलों का नियमित संचालन किया जाएगा.
इस दरम्यान कोरोना से बचाव के लिए निर्गत गाइडलाइंस का अक्षरशः अनुपालन किया जाएगा तथा बच्चों के साथ विद्यालय कर्मियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे.
राज्य सचिव रंजीत कुमार सिंह ने इस अवसर पर क्रांतिकारी अंदाज में कहा कि स्कूल बंदी के नाम पर अब आर – पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. उन्होंने आक्रोश पूर्ण लहजे में कहा कि एक तरफ जहां सरकारी स्कूलों के बंद रहने के बावजूद सम्बंधित शिक्षक – शिक्षिकाओं को पूर्ण वेतन दिया जा रहा है तो दूसरी ओर निजी विद्यालयों के शिक्षक – शिक्षिकाओं को भूखे रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
श्री सिंह ने सरकार की दोरंगी नीतियों की तीब्र भर्त्सना करते हुए कहा कि अब हम बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे. उन्होंने 12 अप्रैल से विद्यालय का नियमित संचालन किये जाने की आवाज बुलंद की , जिसका उपस्थित स्कूल प्रबंधकों ने मेज थपथपा कर समर्थन किया. उन्होंने विद्यालय संचालकों को एकजुट रहने का संदेश दिया.
प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन कुमार , आनंद लाल पाठक , डॉ. फादर ग्रेवियल , प्रमोद सिंह , राकेश रंजन , कृष्ण मोहन प्रसाद , विमलेश कुमार , उज्ज्वल कुमार , संदीप कुमार , दीपक कुमार , निवास कुमार , वीरेंद्र कुमार , अनिल कुमार दीक्षित , पवन कुमार मिश्रा , राजेश कुमार , संतोष कुमार सिंह समेत कई स्कूल प्रबंधकों ने बैठक को संबोधित किया और सरकार की गलत नीतियों की घोर निंदा की.
जिला सचिव डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बैठक का सौजन्यता के साथ संचालन किया जबकि विमलेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन कर बैठक समाप्ति की घोषणा की. मौके पर उपस्थित प्रबंधक आक्रोशित नजर आ रहे थे.