JAMUI (BIHAR NEWS NETWORK- डेस्क)|
विजय कुमार की रिपोर्ट
● निजी करण को लेकर जिले के बैंकों में दूसरे दिन भी लटका रहा ताला, बैंक कर्मियों की हड़ताल जारी करोड़ों का लेनदेन हुआ प्रभावित
बैंक निजी करण को लेकर जमुई में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा. राष्ट्रीयकृत एवं ग्रामीण बैंकों के कुल 106 शाखाओं में मंगलवार को भी ताला लटका हुआ है. इसके अलावा यूनियन के नेता विभिन्न बैंकों के समक्ष धरना पर बैठे हुए हैं. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बैंक से संबंधित सभी कार्य ठप पड़े हुए हैं. वही धरना पर बैठे यूनियन के नेता बैंक निजीकरण का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान यूनियन के विकास कुमार ने बताया कि निजीकरण के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग को लेकर हड़ताल की गई. सरकार के इस फैसले से गरीब जनता पूरी तरह प्रभावित होगी.
जनता की बचत पर कॉरपोरेट घरानों का कब्जा हो जाएगा. बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होगी और अन्य कई प्रकार की समस्याओं से लोगों को झेलना पड़ेगा. सरकार अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होंगे.
इस मौके पर स्टेट बैंक के धर्मेंद्र कुमार सिंह, कौशिक कर्मकार, धर्मदेव कुमार, केंद्रा बैंक के दर्शन सिंह, आनंद कुमार, जितेंद्र कुमार, आनंद बबीता, मुकेश कुमार वर्मा, राहुल कुमार, मनोज पासवान, विजय नारायण वर्मा, मनीष कुमार, बादल, राजकुमार प्रसाद, सहित अन्य बैंक कर्मी धरना पा अड़े हुए हैं.
आपको बता दें की बैंक हड़ताल के पहले दिन यानि सोमवार को तकरीबन 20 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है. जबकि एलडीएम मिथलेश कुमार ने दो दिनों के हड़ताल से 35 करोड़ का लेनदेन प्रभावित होने की संभावना जताई है. अगर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की माने तो दो दिनों में 60 करोड़ का बैंकिंग व्यवसाय प्रभावित होने का दावा किया गया है.