नागाबाबा ठाकुरबाड़ी में चल रहे रामलीला के नौवें दिन माता सीता की खोज का मंचन किया गया 

पटना 11 अक्टूबर 2024, नागाबाबा ठाकुरवाड़ी में 10 दिवसीय रामलीला के मंचन के नौवें दिन के रामलीला महोत्सव का उद्घाटन जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद रविन्द्र सिंह, दशहरा कमिटी के अध्यक्ष अरुण कुमार, चेयरमैन कमल नोपनी,संयोजक मुकेश नंदन, सह संयोजक राकेश कुमार एवं अन्य ने किया। इसके बाद आरती हुई। आज श्री राम भगवान का जुलूस नागाबाबा ठाकुरबाड़ी से निकलकर पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर गया और वहां से शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ वापस नागाबाबा ठाकुरबाड़ी लौटा। आज के रामलीला मंचन में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का जीवंत चित्रण किया गया।

दशहरा कमिटी ट्रस्ट के तत्वावधान में शुक्रवार को माता सीता की खोज का मंचन किया गया। सीता माता की खोज के लिए अंगद कहते हैं कि हनुमान जी से शक्तिशाली कोई नहीं है और समुद्र को सिर्फ वही लांघ सकते हैं। लेकिन तब हनुमान जी अपनी शक्तियां भूल चुके होते हैं। तब जामवंत हनुमान जी को उनकी शक्तियां याद दिलाते हैं। शक्तियां याद आने के बाद हनुमान समुद्र लांघकर के लंका पहुंच जाते हैं। यहां वे रावण के राजमहल में सीता जी को खोजते हैं, पर वे वहां नहीं मिलतीं। इसके बाद उनकी मुलाकात विभीषण से होती है, जो सीता माता का पता बताते हैं। रात में वे अशोक वाटिका पहुंचते हैं, जहां सीता जी को विभिन्न राक्षसी डरा रही होती हैं। तभी वहां रावण आता है और उन्हें भय दिखाता है। सीता माता रावण से कहती हैं कि भगवान राम उसका लंका सहित संहार कर देंगे। रावण के जाने के बाद हनुमान जी भगवान राम द्वारा दी गई मुद्रिका माता सीता के सामने डालते हैं, जिसे वे पहचान लेती हैं। तभी वे अशोक वृक्ष से उतर उनके सामने आ जाते हैं। यहां पर सीता और हनुमान का बड़ा ही मार्मिक संवाद होता है। इसके बाद हनुमान, सीता जी से अशोक वाटिका में लगे फलों को खाने का निवेदन करते हैं, जिसकी वे आज्ञा दे देती हैं। हनुमान जी रावण के राज उद्यान को तहस-नहस कर देते हैं। जब यह समाचार रावण को मिलता है तो वह अपने पुत्र अक्षय कुमार को भेजता है, जिसका हनुमान जी वध कर देते हैं। इसके बाद वह मेघनाद को भेजते हैं, जो हनुमान जी को नागपाश में बांध लेता है और रावण के राजदरबार में लाता है। यहां पहुंचकर हनुमान जी रावण को समझाते हैं, लेकिन वह उनकी बात न मानकर उनकी पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है। पूंछ में आग लगते ही हनुमान जी पूरी लंका का विध्वंस कर देते हैं।

इस धार्मिक आयोजन ने दर्शकों के हृदय में अपनी एक छाप छोड़ी है। एम पी जैन ने बताया कि आज के आयोजन में महासचिव राकेशचंद्र मल्होत्रा, सह संयोजक राकेश कुमार, रामलीला संयोजक श्री प्रिंस कुमार राजू, रामलीला सह संयोजक श्री आशु गुप्ता, कोषाध्यक्ष पवन कुमार, अमर अग्रवाल, सुजय सौरभ, सुषमा साहू, सुशील बजाज, प्रो० नवल किशोर, मनीष कुमार, संजय राय,अरुण कुमार गुप्ता, राजेश बजाज, संजय वर्णवाल, आर्य नन्दन, धर्मराज केशरी, शम्भु बाबा, प्रेम कुमार,अमित शिवम्…सहित सैकड़ों की संख्या में रामभक्त उपस्थित रहे।

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